सरकार के खिलाफ नहीं होने दिया हल्ला बोल
बिजनौर जेएनएन। समाजवादी पार्टी हाईकमान के हल्ला बोल कार्यक्रम को प्रशासन ने विफल कर दिया।
बिजनौर, जेएनएन। समाजवादी पार्टी हाईकमान के हल्ला बोल कार्यक्रम को प्रशासन ने विफल कर दिया। सपाइयों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किए जाने की घोषणा की थी। जिस पर प्रशासन और पुलिस बल सुबह से ही अलर्ट रहा। तहसील मुख्यालय, नगर के प्रमुख चौराहों और सपा नेताओं के घरों के आसपास पुलिस बल तैनात रहा। विधायक एवं पूर्व चेयरमैन समेत अन्य सपा कार्यकर्ताओं को सड़क पर नहीं निकलने नहीं दिया गया। एसडीएम बृजेश कुमार सिंह एवं सीओ प्रवीण कुमार सिंह ने विधायक तसलीम अहमद के आवास पर पहुंचकर ज्ञापन लिया। वहीं, थाना प्रभारी संजय शर्मा ने पूर्व चेयरमैन मुअज्जम खां के आवास पर पहुंचकर ज्ञापन लिया।
राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में कार्यकर्ताओं ने प्रदेश एवं केंद्र सरकार की नीतियों को दोषी ठहराया गया। बेरोजगारी बढ़ने, समाज के कमजोर वर्ग की उपेक्षा होने, किसान-श्रमिक का शोषण होने, कानून व्यवस्था पस्त होने, भ्रष्टाचार पर नियंत्रण नहीं होने, सपा कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न बढ़ने की बात कही। कार्यकर्ताओं ने 10 सूत्रीय ज्ञापन में शासकीय सेवाओं वर्ग ख एवं ग में संविदा भर्ती पर रोक लगाने, फर्जी एनकाउंटर रोकने, बिजली दरों में कटौती करने समेत विभिन्न मांगें शामिल रहीं। ज्ञापन सौंपने वालों में मुअज्जम खां, महमूद कुरैशी, रफीक अंसारी, फराज खां, शाहरुख, निसार अहमद, साबिर, असगर, कलीम आदि शामिल रहे। वहीं, आजाद चौक के निकट सपा नेता फुरकान खां के नेतृत्व में कई सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। प्रदर्शनकारियों में फुरकान खां, नफीस अहमद, वसीम अंसारी, शमशाद गुज्जर, सिकंदर खान, नीरज कश्यप, शकील अहमद, भूपेंद्र शर्मा शामिल रहे। फुरकान खां ने कहा कि प्रशासन ने उन्हें ज्ञापन देने जाने से रोक दिया गया।