हाथी की हालत गंभीर, मथुरा और कानपुर से पहुंची टीमें
अउसके मुंह से गले तक संक्रमण फैल गया है। जिस कारण कई दिन से कुछ न खाने की वजह से उसकी हालत •ा्यादा गंभीर हो गई है। अभी हाथी की हालत किसी रेस्क्यू सेंटर ले जाने की नही है चिकित्सकों की टीम स्थिति पर न•ार बनाये रखे हुए है। •ारूरत पड़ने पर हाथी को रेस्क्यू सेंटर मथुरा ले जाने का प्रयास किया जायेगा।
बिजनौर, जेएनएन। गांव रामजीवाला के पास मौजा चकमियां मोहकमपुर में गन्ने के खेत में तीन दिन से गंभीर बीमारी से जूझ रहे जंगली हाथी की हालत बिगड़ती ही जा रही है। मथुरा व कानपुर से आए पशु चिकित्सकों की टीम हाथी को हरसंभव बचाने के प्रयास में लगी हुई हैं, लेकिन अभी तक बीमार हाथी की हालत में कोई सुधार नहीं आया है। मुख्य वन संरक्षक बरेली व वन संरक्षक मुरादाबाद ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
रविवार को क्षेत्र के गांव रामजीवाला के मौजा चकमियां मोहकमपुर में बढ़ापुर निवासी बुंदू के गन्ने के खेत में एक बीमार हाथी के पड़े होने की सूचना पर साहूवाला वन क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया था। वन संरक्षक मुरादाबाद जावेद अख्तर व डीएफओ नजीबाबाद मनोज कुमार शुक्ला ने मौके का दौरा किया और कोतवाली देहात व बढ़ापुर के पशु चिकित्सक डॉ. रविन्द्र कुमार व डॉ कौशल कुमार ने हाथी का उपचार शुरू किया और उसे ग्लूकोज चढ़ाया। ग्लूकोज चढ़ने के बाद हाथी कुछ समय के लिये खड़ा हुआ और वहां पर मौजूद वन अधिकारी व ग्रामीणों की तरफ दौड़ भी लगाई, लेकिन कुछ समय बाद हाथी फिर बेसुध होकर खेत में गिर पड़ा। उसकी हालत में कोई सुधार ना होने पर तीसरे दिन मंगलवार को मथुरा से आए एलिफेंट रेस्क्यू सेंटर ट्रेंड पशु चिकित्सक डॉ. राहुल कुमार व कानपुर से पशु चिकित्सक डॉ. नासिर अहमद ने बीमार हाथी का उपचार शुरू किया, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हो पा रहा है। मुख्य वन संरक्षक बरेली ललित वर्मा व वनसंरक्षक मुरादाबाद जावेद अख्तर ने डीएफओ मनोज कुमार शुक्ला की उपस्थिति में हाथी के उपचार को रिव्यू किया और हालात का जायजा लिया। फिलहाल जंगल में ही हाथी का उपचार कराया जा रहा है, जबकि उसकी हालत गंभीर होती जा रही है। डीएफओ मनोज कुमार शुक्ला का कहना है कि हाथी के मुंह के अंदर का एक दांत टूट गया है और उसकी जुबान भी कट गई है, जिस कारण उसके मुंह से गले तक संक्रमण फैल गया है। जिस कारण कई दिन से कुछ न खाने की वजह से उसकी हालत ज्यादा गंभीर हो गई है। अभी हाथी की हालत किसी रेस्क्यू सेंटर ले जाने की नहीं है। चिकित्सकों की टीम स्थिति पर नजर बनाए हुए है। जरुरत पड़ने पर हाथी को रेस्क्यू सेंटर मथुरा ले जाने का प्रयास किया जाएगा।