आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपा
विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। बाद में मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
जेएनएन, बिजनौर। विभिन्न मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। बाद में मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित चार सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
प्रदर्शनकारियों ने कोरोना काल में 62 वर्ष की कर्मचारियों को बिना फंड, पेंशन, जबरन रिटायर करने के सरकार के फैसले, राशन वितरण में समूह व डीलर के अनुचित हस्तक्षेप, वर्षों से प्रमोशन लटकाए रखने, नई भर्ती रोकने, बिना मोबाइल, नेट व प्रशिक्षण के आनलाइन पोषण ट्रैकर ऐप जबरन डाउन लोड कराने की निदा की। इसके अलावा उन्होंने सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिए जाने, न्यूनतम 21000 रुपये मासिक वेतन देने, प्रमोशन व नई भर्ती तत्काल पूरी करने, रिटायरमेंट पर दस हजार रुपये मासिक पेंशन दिलाने की मांग की है। बाद में उन्होंने एसडीएम धीरेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन देने वालों में विमलेश देवी, संध्या पवार, पूनम विश्नोई, निशा चौधरी, हेमलता, संध्या रानी आदि शामिल रही।
संविदाकर्मी की बहाली को करेंगे प्रदर्शन
विद्युत उपकेंद्र पर तैनात एक संविदाकर्मी एसएसओ को कंपनी द्वारा हटाए जाने को लेकर संविदा कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। संविदा कर्मियों ने अपने साथी की बहाली की मांग की है। उन्होंने उसकी बहाली न होने पर एक अगस्त को धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
जलीलपुर विद्युत उपकेंद्र पर दो लाइनमैन, चार पेट्रोल मैन तथा चार एसएसओ संविदा पर तैनात हैं। आरोप है कि एक कंपनी के सुपरवाइजर संविदा कर्मियों को लगाने व हटाने के लिए 10 से 20 हजार रुपयों तक की मांग करते हैं। रुपये नहीं देने पर सुपरवाइजर ने उनके खिलाफ निगेटिव रिपोर्ट लगाकर उन्हें हटवा दिया गया। एसएससो सतपाल सिंह को हटाए जाने से सभी संविदा कर्मियों में रोष फैल गया। संविदा कर्मियों का कहना है कि एसएसओ सतपाल सिंह पर शराब के नशे में रहने का आरोप लगाया है, जो पूरी तरह निराधार है। इस संबंध में संविदा कर्मियों ने अधिशासी अभियंता अजय कुमार को ज्ञापन भी सौंपा। इस अवसर पर अशोक कुमार, रवि कुमार, राहुल, ओमप्रकाश सिंह, विक्रम सिंह, सुरेंद्र सिंह, वीर सिंह, सोनू कुमार, कावेंद्र सिंह आदि शामिल रहे।