जैविक पद्धति से बोई जाएगी 15 बीघा में फसल
नमामि गंगे परियोजना में चयनित ग्राम टीप में शुक्रवार को हुई गोष्ठी में जैविक पद्धति से खेती कर रहे किसानों से रबी सीजन में बोई गई फसलों पर बिदुवार चर्चा की गई।
जेएनएन, बिजनौर। नमामि गंगे परियोजना में चयनित ग्राम टीप में शुक्रवार को हुई गोष्ठी में जैविक पद्धति से खेती कर रहे किसानों से रबी सीजन में बोई गई फसलों पर बिदुवार चर्चा की गई। गोष्ठी में मौजूद जिला कृषि अधिकारी डा. अवधेश मिश्रा ने समीक्षा में पाया कि गांव में गठित दो समूह में 42 किसान शामिल हैं। गांव में 38 वर्मी कंपोस्ट यूनिट एवं 38 जैविक तरल कृषि कीटनाशी इकाई की स्थापना की गई है।
दोनों समूहों 40 हेक्टेयर में जैविक पद्धति से खेती कर रहे हैं। समीक्षा में पाया गया कि किसानों ने 30 हेक्टेयर में गन्ना, दो हेक्टेयर में धान, तीन हेक्टेयर में बाजरा, तीन हेक्टेयर में उर्द एवं दो हेक्टेयर सब्जियां बोई गई हैं। बोई गई फसलों में वर्मी कंपोस्ट, तरल जैविक कीटनाशक, जीवामृत, प्रोम, जैव उर्वरक एवं बायोपेस्टिसाइड का भी प्रयोग किया गया। उन्होंने रबी सीजन में तैयार की गई कार्ययोजना पर चर्चा करते हुए कहा कि 15 हेक्टेयर में गेहूं, तीन हेक्टेयर में सरसों, 20 हेक्टेयर में गन्ना एवं दो हेक्टेयर में सब्जियां बोई जाना प्रस्तावित हैं। उन्होंने किसानों से आह्वान किया कि जैविक पद्धति से उत्पादित गुणवत्ता युक्त उत्पाद की मार्केटिग में आसानी होगी, जिसका लाभ भी मिलेगा। उन्होंने किसानों को बताया कि के जैविक पद्धति से उत्पादित की बिक्री को डीएम उमेश मिश्रा एवं सीडीओ की पहल पर विकास भवन में बिक्री केंद्र स्थापित की गई है। गोष्ठी में ग्राम प्रधान चंद्रपाल सिंह, परियोजना के जिला प्रभारी लवकुश मिश्रा, रजत चौधरी, वीर सिंह, टीकम सिंह, मनोज कुमार, टीकाराम, योगेंद्र, वीरेंद्र, ऋषिपाल सिंह, नाथे सिंह और गजपाल समेत 31 किसान मौजूद थे।