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जलीलपुर क्षेत्र में बने बाढ़ के आसार, ग्रामीण चितित

गंगा में जलस्तर बढ़ने से खादर के आधा दर्जन से अधिक गावों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। जंगलों में चार से पांच फुट पानी भरा होने के कारण ग्रामीणों को पशु चारे की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गंगा पर तटबंध बनने के बाद ही समस्या का स्थाई समाधान हो पाएगा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 05:58 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 05:58 AM (IST)
जलीलपुर क्षेत्र में बने बाढ़ के आसार, ग्रामीण चितित
जलीलपुर क्षेत्र में बने बाढ़ के आसार, ग्रामीण चितित

जेएनएन, बिजनौर। गंगा में जलस्तर बढ़ने से खादर के आधा दर्जन से अधिक गावों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। जंगलों में चार से पांच फुट पानी भरा होने के कारण ग्रामीणों को पशु चारे की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गंगा पर तटबंध बनने के बाद ही समस्या का स्थाई समाधान हो पाएगा।

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पहाड़ों पर अत्यधिक बारिश के चलते गंगा नदी में आए उफान के कारण खादर क्षेत्र के ग्राम दत्ततियाना, रायपुर, जलालपुर, रायपुर, सीकरी आदि गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति आ गई है। गांव में पानी घुस जाने के कारण ग्रामीणों की कार्य गति अवरुद्ध हो गई। एक माह में दूसरी बार बाढ़ आने से न केवल फसलों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, बल्कि पशु पालकों के लिए भी समस्या उत्पन्न हो गई। ग्रामीण करतार सिंह, रामसिंह, प्रदीप त्यागी, उदल सिंह आदि का कहना है की यदि गंगा नदी पर पुल बनने के साथ ही तटबंध बन जाता तो गांव वालों को बाढ़ से राहत मिल जाती। गंगा के पानी ने गांव रायपुर व सीकरी को अधिक प्रभावित किया है। उधर, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के कार्यकर्ताओं निखिल, सूरज सिंह, भीम सिंह आदि ने पानी में घुसकर प्रदर्शन करते हुए कहा कि दो बार बाढ़ आने से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिससे किसान कृषि कार्ड, विद्युत बिल समेत अन्य कर्ज कैसे उतारेंगे।

क्षेत्र में बनाई गई चार बाढ़ चौकियां

प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के लिए खादर क्षेत्र के ग्राम खानपुर खादर, पड़ला, बसंतपुर व दतियाना में बाढ़ राहत चौकी बनाई गई हैं। एसडीएम वीरेंद्र कुमार ने बताया कि सभी बाढ़ चौकियों में कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। बाढ़ चौकियों में क्षेत्रीय लेखपाल ग्राम विकास अधिकारियों तथा सभी सफाई कर्मचारियों को तैनात किया गया है, लेकिन अभी कोई ग्रामीण चौकियों पर राहत लेने के नाम पर नहीं आया हैं।


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