बारिश में खड़े जर्जर भवनों से हादसे का खतरा
नजीबाबाद (बिजनौर): अपनी जान को जोखिम में डालना शायद लोगों की आदत बन गया है। सोमवार शाम
नजीबाबाद (बिजनौर): अपनी जान को जोखिम में डालना शायद लोगों की आदत बन गया है। सोमवार शाम रमा जैन कन्या महाविद्यालय की दीवार गिर गई थी। मलबे में दबकर चाट विक्रेता छोटे ¨सह की मौत हो गई थी, वहीं, गांव बनवारीपुर के दो छात्र घायल हो गए थे। घटना के बाद डीएम अटल राय ने मौका मुआयना कर मृतक के आश्रितों को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने की बात कही थी। बावजूद इसके लोग अपनी सुरक्षा को लेकर लापरवाह बने हैं। दरअसल, नजीबाबाद शहर में कई भवन जर्जर हालत में हैं। इनमें कुछ भवनों पर बरसों से ताला लटका है। मानसून के चलते प्रशासन ने अगस्त माह में ऐसे जर्जर मकानों को चिह्नित कर संबंधित भवन स्वामियों को खंडहर इमारतों को स्वयं गिराने के निर्देश दिए थे। लेकिन एक माह बीतने के बावजूद भवन स्वामियों ने इन जर्जर भवनों को नहीं गिराया है। मोहल्ला श्यामली में एक जर्जर भवन को गिराने का कार्य औपचारिकता निभाने के बाद रोक दिया गया। वहीं एमडीकेवी स्कूल के निकट सीढ़ीनुमा रास्ते पर एक दीवार गिर गई। हालांकि, इस हादसे में कोई क्षति नहीं हुई, लेकिन यहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में एसडीएम डा. पंकज वर्मा ने कहा कि इस मामले के प्रति प्रशासन गंभीर है और इस समस्या का हल तलाशा जा रहा है।