Move to Jagran APP

कुंभ में गई जिले से 80 रोडवेज बसें, महीने भर जूझेंगे यात्री

बिजनौर : प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में बिजनौर व नजीबाबाद डिपो से करीब 80 बसें रवाना की गई है। बसों के कुंभ में भेजने से रोडवेज का संचालन बिगड़ गया है। डिपो में यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यात्रियों की यह परेशानी एक-दो दिन नहीं बल्कि महीने भर चलेगी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Feb 2019 10:08 PM (IST)Updated: Sat, 02 Feb 2019 10:08 PM (IST)
कुंभ में गई जिले से 80 रोडवेज बसें, महीने भर जूझेंगे यात्री
कुंभ में गई जिले से 80 रोडवेज बसें, महीने भर जूझेंगे यात्री

बिजनौर : प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में बिजनौर व नजीबाबाद डिपो से करीब 80 बसें रवाना की गई है। बसों के कुंभ में भेजने से रोडवेज का संचालन बिगड़ गया है। डिपो में यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। यात्रियों की यह परेशानी एक-दो दिन नहीं बल्कि महीने भर चलेगी। कुंभ खत्म होने के बाद ही बस वापस आएंगी तभी लोगों को सुविधा मिल सकेगी।

loksabha election banner

प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान को जाते हैं। वर्तमान में बिजनौर डिपो में 90 निगम की व 29 बसें अनुबंधित है। कुल 119 बसों का बेड़ा है लेकिन, प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को यात्रा में किसी प्रकार की परेशानी न हो इसके लिए शासन के निर्देश पर बिजनौर डिपो से संचालित होने वाली कुल 119 बसों में से 47 कुंभ मेलें में जाएगी। 33 बसें रवाना हो चुकी है, जबकि पांच बसें बागपत जाएगी और वहां से प्रयागराज के जिला रवाना होंगी। शेष बसें भी शीघ्र ही प्रयागराज जाएंगी। एक साथ इतनी बड़ी मात्रा में बसों के प्रयागराज जाने से डिपो में बसों की कमी होने लगी है। विभिन्न मार्गो पर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बसों के कुंभ मेले में जाने से स्थिति और अधिक खराब होगी। यात्रियों की परेशानी करीब एक माह तक रहेगी। कुंभ मेला समाप्ति पर ही बसें वापस डिपो लौटेगी। एआरएम विनोद कुमार मौर्य ने बताया कि एक बस झांसी, 32 बसें गोरखपुर व पांच बसें बागपत जाएगी। इसके अतिरिक्त नौ बसें और कुंभ मेले को जाएगी। शेष कुल 72 बसों को इस प्रकार रुटों पर चलाया जाएगा कि यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। जासं, धामपुर : डिपो के एआरएम एलके त्रिवेदी के मुताबिक डिपो से 57 बसें चल रही है, सभी अनुबंधित बसें हैं। ये बसें मुरादाबाद, बिजनौर, चांदपुर व गजरौला आदि रूटों पर चलती है। इन बसों का 350 किलोमीटर का रूट निर्धारित होता है, जिससे ये बसें केवल अपने ही रूट पर जाती है। एआरएम के मुताबिक धामपुर में सभी अनुबंधित बसें होने के कारण प्रयागराज जैसे लंबे रूट के लिए इन बसों को भेजना संभव नहीं है। उनका कहना है कि यदि स्थानीय स्तर पर लोगों की मांग होती है, तो उच्च अधिकारियों को अवगत कराकर प्रयागराज के लिए बसों की व्यवस्था की जा सकती है। कोटद्वार-मेरठ-दिल्ली के लिए बसों का टोटा

जासं, नजीबाबाद : रोडवेज डिपो प्रशासन ने कुंभ के लिए भेजी 32 बसों में दो रोडवेज बसें लोहिया बस सेवा की भी भेज दी। ग्रामीण रूट पर बस नहीं चलने से लोग परेशान रहे। वहीं, शनिवार को रोडवेज डिपो पर भी बसें उपलब्ध नहीं होने से यात्री दिन भर भटकते रहे।

नजीबाबाद रोडवेज डिपो के पास निगम की 66 एवं अनुबंध की 10 बसों का बेड़ा है। इनमें तीन रोडवेज बसें लोहिया बस सेवा के अंतर्गत अलग-अलग ग्रामीण रूटों पर चलाई जाती है। एआरएम जुनैद शम्सी ने बताया कि प्रयागराज कुंभ में नजीबाबाद से 32 बसें भेजी गई है। इनमें लोहिया बस सेवा की दो बसें भी शामिल हैं। मंडावली-नांगल-चंदक-बिजनौर व भागूवाला-बिजनौर-दिल्ली बस सेवा बंद होने से ग्रामीण अंचलों के लोग परेशान रहे। गांवों से नजीबाबाद डिपो आने के बावजूद लोगों को बसें नहीं मिलीं। सीमित बसें होने के कारण डिपो पर आने वाली बसों पर प्रतीक्षारत यात्री झपटते रहे। बसों की प्रतीक्षा कर रहे लोगों विक्रम ¨सह, सुजाता, दिलेराम व आसिफ का कहना था कि केवल दिल्ली रूट पर ही बसें भेजी जा रही है। उन्हें अन्य रूट के लिए बसें नहीं मिल रही है। वहीं एआरएम ने सीमित बसों से सभी रूट कवर करने का दावा किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.