Move to Jagran APP

Bijnor: बैंक आफ बड़ौदा के लाकर से 15 लाख रुपये से अधिक के हीरे और सोने के आभूषण चोरी, जांच में फंसा पेच

Bijnor News बिजनौर के नजीबाबाद निवासी कारोबारी पवन अग्रवाल बुधवार को पत्नी नम्रता अग्रवाल के साथ बैंक आफ बड़ौदा की शाखा पहुंचे। वहां ज्वाइंट मैनेजर डीएस शर्मा के साथ जाकर उन्होंने अपना लाकर खोला तो उसमें कुछ भी नहीं था।

By Jagran NewsEdited By: Parveen VashishtaPublished: Wed, 30 Nov 2022 10:29 PM (IST)Updated: Wed, 30 Nov 2022 10:29 PM (IST)
नजीबाबाद की बैंक आफ बड़ौदा शाखा में पहुंचे पुलिसकर्मी

बिजनौर, जागरण संवाददाता। बैंक आफ बड़ौदा नजीबाबाद के एक लाकर से 15 लाख रुपये से अधिक के हीरे और सोने के आभूषण चोरी हो गए। खाताधारक ने बैंक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं, शाखा प्रबंधक ने लाकर से सामान चोरी होने को असंभव बताया।

loksabha election banner

लाकर खोला तो उसमें कुछ भी नहीं मिला, रो पड़ीं महिला 

मोहल्ला सेवाराम निवासी कारोबारी पवन अग्रवाल बुधवार अपराह्न 3:30 बजे पत्नी नम्रता अग्रवाल के साथ बैंक आफ बड़ौदा की शाखा पहुंचे। ज्वाइंट मैनेजर डीएस शर्मा के साथ जाकर उन्होंने अपना लाकर खोला तो उसमें कुछ भी नहीं था। पवन ने बैंक कर्मियों की लापरवाही से उनके लाकर से लाखों रुपये के आभूषण चोरी होने की बात कही। बताया कि लाकर में उनकी पुत्रवधू का हीरे का सेट, सोने के आभूषणों में एक रानी हार, तीन सेट, चार चूड़ियां सहित काफी आभूषण रखे थे। जिनकी कीमत 15 लाख रुपये से अधिक है। लाकर खाली मिलने पर नम्रता अग्रवाल बिलखकर रो पड़ीं।

दोनों चाबियां लगने पर ही खुल सकता है लाकर 

एसआइ विकास कुमार ने बैंक पहुंचकर पवन और शाखा प्रबंधक सतीश कुमार से बात की। पवन ने बताया, उन पर लाकर का किराया लंबित था। बैंक नोटिस के बाद वे किराया जमा कराने और नवीनीकरण के लिए बैंक गए थे। तब आखिरी बार उन्होंने एक अक्टूबर को लाकर खोला था। उस समय उसमें सभी सामान सुरक्षित था। वहीं, शाखा प्रबंधक सतीश कुमार ने बताया, लाकर की एक चाबी खाताधारक और एक बैंक के पास रहती है। दोनों चाबियां लगने पर ही लाकर खुल सकता है। इसके अलावा खाताधारक ने निजी ताला भी लाकर पर लगा रखा है। ऐसे में लाकर से आभूषण चोरी होना असंभव है। पवन ने तहरीर देने की बात कही।

यहां फंसा जांच में पेच

बैंक का लाकर रूम गोपनीय कक्ष होता है। उसमें सीसीटीवी कैमरा नहीं लगाया जा सकता। इसके अलावा लाकर धारक उसमें क्या रख रहा है, क्या निकाल रहा है, इसकी जानकारी भी बैंक को नहीं होती है।

बैंक की सुरक्षा व्यवस्था में झोल

लाकर से आभूषण चोरी होने का मामला तो जांच का विषय है लेकिन बैंक में न तो कोई सुरक्षा गार्ड और न ही आपातकालीन अलार्म दुरुस्त है। एसआइ को बुधवार दोपहर ही इसकी जानकारी हुई। वे बैंक को नोटिस देने ही वाले थे कि बैंक के लाकर से आभूषण चोरी होने का शोर मच गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.