Bijnor: एआरटीओ के रिकार्ड में गड़बड़झाला, स्कूटर से लेकर कार तक के रिकार्ड में एक ही मोबाइल नंबर, जूझ रहा विभाग
यह गड़बड़झाला अधिकांश पुराने वाहनों में हैं। एक-एक मोबाइल नंबर 50 से अधिक स्कूटर बाइक और कार समेत अन्य बड़े वाहनों के रिकार्ड में दर्ज है। अनेक वाहन स्वामी ने रिकार्ड में मोबाइल नंबर अभी तक अपडेट नहीं कराया है।
बिजनौर, जेएनएन। एक ही मोबाइल नंबर 50 से अधिक स्कूटर, बाइक व कार समेत अन्य बड़े वाहनों के रिकार्ड में दर्ज है। इस लापरवाही की वजह से परिवहन कार्यालय की ओर से भेजे जाने वाला संदेश भी रास्ते में अटक जाता है। कई बार वाहन स्वामी को इसकी जानकारी नहीं मिल रही है। अधिकांश पुरानी गाड़ियों में मोबाइल नंबर की समस्या है। परिवहन कार्यालय की जांच में मामला पकड़ में आने के बाद सुधार कार्य शुरू हो गया है।
एआरटीओ कार्यालय में करीब छह हजार वाहन रजिस्टर्ड हैं। कार्यालय में वाहनों का नवीकरण, फिटनेस, ट्रांसफर समेत कई कार्य होते हैं। 15 साल होने के बाद वाहन की मियाद बढ़ाने के लिए भी स्वामी के मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजा जाता है। परिवहन कार्यालय से पता चला कि संदेश वाहन मालिक तक नहीं पहुंच रहा है। कार्यालय में वाहन संबंधित कार्य कराते समय भी ओटीपी किसी ओर के पास पहुंच रहा है।
पुराने वाहनों के रिकार्ड में है गड़बड़
यह गड़बड़झाला अधिकांश पुराने वाहनों में हैं। एक-एक मोबाइल नंबर 50 से अधिक स्कूटर, बाइक और कार समेत अन्य बड़े वाहनों के रिकार्ड में दर्ज है। अनेक वाहन स्वामी ने रिकार्ड में मोबाइल नंबर अभी तक अपडेट नहीं कराया है।
इस वजह से दर्ज हुए मोबाइल नंबर
कई साल पहले रजिस्ट्रेशन के दौरान साइबर कैफे संचालक एक मोबाइल नंबर दर्ज कर देता था। किसी के पास मोबाइल नंबर नहीं होता था, तो कभी गलत रिकार्ड में भर देता था। वाहन दूसरे व्यक्ति को बिक जाता था। मोबाइल नंबर पहला ही रह जाता था। सालों में मोबाइल नंबर भी वास्तविक मालिक का बदल जाता था।
मोबाइल नंबर को कर सकते हैं अपडेट
एआरटीओ प्रशासन शिवशंकर सिंह ने बताया कि 2013 के बाद वाहनों का रिकार्ड आनलाइन है। कोई भी वाहन स्वामी परिवहन कार्यालय की साइट पर जाकर उसे अपडेट कर सकता है। परिवहन कार्यालय में भी मोबाइल नंबर सही करा सकते हैं।