लोन लिया नहीं, बैंक ने बना दिया 1.55 लाख का कर्जदार
लोन नहीं लिया कितु पीएनबी ने ग्राम धर्मनगरी की ऊषा को 1.55 लाख रुपये का कर्जदार बना दिया। पीड़िता बैंक का नाम जानने लिए पिछले दो साल से चक्कर काट रही है कितु उसकी शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
बिजनौर,जेएनएन। लोन नहीं लिया, कितु पीएनबी ने ग्राम धर्मनगरी की ऊषा को 1.55 लाख रुपये का कर्जदार बना दिया। पीड़िता बैंक का नाम जानने लिए पिछले दो साल से चक्कर काट रही है, कितु उसकी शिकायत को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इस प्रकरण में एडीएम के आदेश पर भी बैंक अफसरों ने गौर करना मुनासिब नहीं समझा। ग्राम धर्मनगरी निवासी ऊषा पत्नी मूला सिंह ने 22 दिसंबर 2017 को पीएनबी की धर्मनगरी में ऋण के लिए प्रार्थनापत्र दिया था, जिसमें पीएनबी ने सिविल रिपोर्ट में उस पर लोन दर्शा रखा था, जबकि उसने कभी लोन लिया ही नहीं था। इस पर पीड़िता ने पीएनबी धर्मनगरी के शाखा प्रबंधक से इस प्रकरण की विस्तृत जानकारी मांगी, कितु शाखा प्रबंधक ने सिर्फ साल 2015 में 1.55 लाख रुपये के लोन की की जानकारी दी, कितु पीड़िता का यह नही बताया कि उक्त लोन किस बैंक ने जारी किया है।
पीड़िता की शिकायत पर एडीएम ने 18 अप्रैल 2018 को जिला लीड बैंक अधिकारी को निर्देशित किया था, कि वह पीड़िता का मर्म सुनकर उसकी समस्या का निदान करने के आदेश दिए थे, लेकिन बैंक अफसरों ने एडीएम के आदेश पर गौर करना तक मुनासिब नहीं समझा। पीड़िता ने डीएम से जांच कराकर उसकी इस समस्या का समाधान कराए जाने की मांग की।
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