बालिका वर्ग 100 मीटर दौड़ में तनु चौधरी बनी तेज धावक
जागरण संवाददाता, बिजनौर : नेहरु स्टेडियम में शनिवार को दो दिवसीय परिषदीय विद्यालयों की 35 वी
जागरण संवाददाता, बिजनौर : नेहरु स्टेडियम में शनिवार को दो दिवसीय परिषदीय विद्यालयों की 35 वीं बाल क्रीड़ा एवं शैक्षिक प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर समा बांध दिया। खेलकूद प्रतियोगिता में बालिका वर्ग 100 मीटर दौड़ में तनु चौधरी व बालक वर्ग 100 मीटर दौड़ में आमिर प्रथम रहे।
इससे पहले प्रतियोगिता का शुभारम्भ मुख्य अतिथि सीडीओ प्रवीण कुमार मिश्र, वरिष्ठ कोषाधिकारी सूरज कुमार, डीआइओएस राजेश कुमार, बीएसए महेश चंद आदि ने आसमान में गुब्बारे उड़ाकर किया। इस मौके पर सीडीओ ने कहा कि खिलाड़ियों को खेल खेल भावना से खेलने की शपथ दिलाई। बीएसए महेशचंद ने कहा कि शिक्षा के साथ खेल कूद प्रतियोगिता से छात्रों का सर्वांगीण विकास होता है। इसलिए शिक्षा के साथ खेल जरुरी है। जूनियर स्तर बालिका वर्ग 100 मीटर दौड़ में गुलफशा, बालिका वर्ग 200 मीटर दौड़ में हुमैरा, बालक वर्ग 100 मीटर दौड़ में आमिर, बालिका वर्ग 100 मीटर दौड़ में तनु चौधरी, प्राथमिक स्तर बालिका वर्ग की लम्बी कूद में प्राची, जूनियर बालिका खो खो में हल्दौर प्रथम रहे। कार्यक्रम का संचालन पीसी चक्रवर्ती ने किया। कार्यक्रम में बीईओ शिवकुमार, अजय कुमार, प्रदीप कुमार, देशराज वत्स, एसपी ¨सह, विश्वजीत राठी व शिक्षक राजेन्द्र ¨सह, राहुल राठी, चन्द्रपाल ¨सह, अनुराग नाथ, सुहेल अख्तर बेग, प्रशांत चौधरी, कविता चौधरी, प्रशांत शर्मा, अमित कुमार पाठक, सुनीता रानी, उमा अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
परिषदीय विद्यालय में पढ़ रही फौजी की बेटी
जासं, बिजनौर : नूरपुर क्षेत्र के गांव मालवा निवासी फौजी हरवेन्द्र ¨सह सरकारी अमला व शिक्षा विभाग के अधिकारी व शिक्षकों के लिए नजीर पेश कर रहे है। हरवेन्द्र ¨सह अपनी बेटी को चांदपुर क्षेत्र के शादीपुर प्राथमिक विद्यालय में अपनी बेटी तनु चौधरी को पढ़ा रहे है। उनकी बेटी न सिर्फ पढ़ने में अच्छी है, बल्कि दौड़ में सबसे तेज धावक है। तनु चौधरी ने गत वर्ष जिला, मंडल व राज्य स्तर की दौड़ प्रतियोगिता में चैंपियन रही है। तनु चौधरी ने शनिवार को स्टेडियम में फिर 100, 200 व 400 मीटर दौड़ में अपने साथियों को पीछे छोड़कर जीत हासिल की। बेटी के साथ स्टेडियम में उपस्थित फौजी हरवेन्द्र ¨सह ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी पर नाज है। वह परिषदीय विद्यालय के संजीव कुमार व कमल कुमार की मेहनत को देखते हुए पढ़ा रहे है। साथ ही बेटी को अलग से कोच से अभ्यास करा रहे है। उनका कहना है कि प्राथमिक विद्यालय में योग्य शिक्षक है। हमें उनपर विश्वास करके अपने बच्चे स्कूलों में पढ़ाने चाहिए।