आदित्य के सरेंडर पर स्वाट टीम भंग, 10 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
बिजनौर : एक लाख के इनामी कुख्यात आदित्य के आत्मसमर्पण और उसे गिरफ्तार करने में विफल रह
बिजनौर : एक लाख के इनामी कुख्यात आदित्य के आत्मसमर्पण और उसे गिरफ्तार करने में विफल रही स्वाट टीम पर गाज गिर गई है। एसपी ने टीम के प्रभारी समेत दो दारोगा व आठ सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया है। कई और पुलिसकर्मियों पर गाज गिर सकती है।
स्योहारा थाना क्षेत्र के गांव राना नंगला निवासी बदमाश आदित्य पुत्र राजपाल तीन अगस्त 17 को मुरादाबाद जेल से पेशी पर जाते समय पुलिस हिरासत से फरार हो गया था। बिजनौर, मुरादाबाद जिले की पुलिस व एसटीएफ उसकी गिरफ्तारी में लगी रही, लेकिन वह हाथ नहीं आया। इस बीच उसने गांव निवासी मुकेश व हल्दौर में ओंकार की हत्या कर दी। आइजी ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया। आदित्य की तलाश में स्वाट टीम समेत जिलेभर की पुलिस लगी हुई थी, लेकिन 10 जनवरी को एक लाख के इनामी आदित्य व उसके साथी रोहित ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था। हैरानी की बात यह रही कि स्वाट टीम को इसकी भनक तक नहीं लगी। आत्मसमर्पण की गूंज लखनऊ तक पहुंचने पर पुलिस की खूब किरकिरी हुई। एसपी ने खुफिया जांच शुरू करा दी। जांच में सामने आया कि सरेंडर पूरी प्ला¨नग के तहत हुआ। पुलिस अफसरों की हर गतिविधि पर आदित्य गैंग की नजर थी। पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने सोमवार को पूरी स्वाट टीम को भंग कर दिया। प्रभारी राजीव तोमर, दारोगा जयभगवान व आठ सिपाहियों को लाइन का रास्ता दिखा दिया।