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विधि-विधान से पूजी गईं शक्ति की अधिष्ठात्री देवी

वासंतिक नवरात्र के तीसरे दिन आदि शक्ति के तृतीय स्वरूप मां चंद्रघंटा की विधि-विधान से पूजा अर्चना की गईं। इस दौरान देवी तंत्रोक्ति से घर और आंगन गुंजायमान रहे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Mar 2020 04:12 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 04:12 PM (IST)
विधि-विधान से पूजी गईं शक्ति की अधिष्ठात्री देवी
विधि-विधान से पूजी गईं शक्ति की अधिष्ठात्री देवी

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): वासंतिक नवरात्र के तीसरे दिन आदि शक्ति के तृतीय स्वरूप मां चंद्रघंटा की विधि-विधान से पूजा अर्चना की गईं। इस दौरान देवी तंत्रोक्ति से घर और आंगन गुंजायमान रहे। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन होने से देवी भक्त अपने-अपने घरों में ही आराधना में जुटे हुए हैं।

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देवी आराधना के पर्व वासंतिक नवरात्र के तीसरे दिन शुक्रवार को शक्ति की अधिष्ठात्री जगदंबा के चंद्रघंटा स्वरूप के दर्शन-पूजन किए गए। मान्यता है कि देवी के इस स्वरूप के स्तवन मात्र से ही मनुष्य भय से मुक्ति प्राप्त कर शक्तिशाली बनता है। इस स्वरूप के पूजन से सभी प्रकार के संकट दूर हो जाते हैं। लॉकडाउन होने के कारण सभी देवी मंदिरों के पट बंद हैं। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिरों में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। मंदिर के पुजारी मातारानी की आरती करते हैं। देवी भक्त घरों में ही रहकर माता रानी के अलग-अलग स्वरूपों का दर्शन कर रहे हैं।

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आज पूंजी जाएंगी कूष्मांडा

वासंतिक नवरात्र के आदि शक्ति के चौथे स्वरूप कूष्मांडा देवी के दर्शन- पूजन किए जाएंगे। परांबा जगदंबिका श्रृंगार गौरी के रूप में भक्तों के कल्याणार्थ अवतरित हुईं। इस दिन भगवती श्रृंगार गौरी के दर्शन- पूजन से राजपद में व्याप्त बाधाओं का निराकरण होता है और मनोकामना पूर्ण होती है।


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