-कालीन नगरी पर चढ़ने लगा आमदे रसूल के जश्न का रंग
पैगंबरे इस्लाम की यौमे पैदाइश (जन्म दिन) आगामी 10 नवंबर को है। पूर्व की अपेक्षा अब तक फीकी लग रही आमदे रसूल के जश्न की तैयारियां जोर शोर से शुरू हो गई हैं। मुस्लिम बाहुल्य मोहल्ले जहां इस्लामिक परचम से लहलहाने लगे हैं वहीं मस्जिदों व आस्तानों को सजाया संवारा जा रहा है। उधर परंपरागत दो दिवसीय जलसे के लिए सीरत कमेटी भी जोर शोर से तैयारी में जुटी है। अजीमुल्लाह चौराहा स्थित ईदगाह में 10 व 11 नवंबर की रात शानदार जलसे का आयोजन किया जाएगा।
जासं, भदोही: पैगंबरे इस्लाम की यौमे पैदाइश (जन्म दिन) आगामी 10 नवंबर को है। पूर्व की अपेक्षा अब तक फीकी लग रही आमदे रसूल के जश्न की तैयारियां जोर शोर से शुरू हो गई हैं। मुस्लिम बाहुल्य मोहल्ले जहां इस्लामिक परचम से लहलहाने लगे हैं वहीं मस्जिदों व आस्तानों को सजाया संवारा जा रहा है। उधर परंपरागत दो दिवसीय जलसे के लिए सीरत कमेटी भी जोर शोर से तैयारी में जुटी है। अजीमुल्लाह चौराहा स्थित ईदगाह में 10 व 11 नवंबर की रात शानदार जलसे का आयोजन किया जाएगा।
वैसे तो माहे मुबारक का चांद नजर आने के बाद से ही आमदे रसूल के जश्न की तैयारियां शुरू हो गई थी लेकिन अन्य वर्षों की तुलना में इस बार लोगों में उत्साह की कमी देखी जा रही थी। बताते चलें कि पहले नबी की याद में आयोजित होने वाले जलसों का तांता लग जाता था। हालांकि इस बार इक्का दुक्का मोहल्लों में ही उक्त आयोजन देखने को मिला। बहरहाल जैसे जैसे यौमे विलादत (जन्म दिवस) की तिथि पास आ रही है वैसे वैसे लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा है। मरकजी सीरत कमेटी द्वारा अजीमुल्लाह चौराहा स्थित ईदगाह में आयोजित होने वाले दो दिवसीय जलसे की तैयारियों में जुटी है।
कमेटी के अध्यक्ष हाजी इम्तियाज अंसारी ने बताया कि 10वीं की रात जलसे में खिताब करने के लिए डा.फुरकान रजा बरैली शरीफ व एखलाकुल कादरी चतुर्वेदी कलकत्तवी को बुलाया गया है जबकि सिकंदर अली, मकबूल, नईम रजा, नेहाल हबीबी नात का नजराना पेश करेंगे। इसी तरह दूसरी रात मौलाना साबिरुल कादरी व मुफ्ती मुश्ता़क अहमद कलकत्तवी के साथ शायरे इस्लाम गाजीपुरी, जावेद आसिम व सदरे आलम मौजूद रहेंगे।