निर्वाचन दफ्तर पहुंचा पुनरीक्षण फार्म, तारीख घोषित होने का इंतजार
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर अभी भले ही तारीख निश्चित नहीं हो पाई है लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने कार्यालय में प्रपत्र भेज दिया है। वैश्विक महामारी के चलते पंचायत चुनाव की तैयारी नहीं हो सकी है। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल दिसंबर माह में पूरा हो जाएगा। इसको लेकर जुलाई माह से ही सरकारी तैयारी शुरू हो जानी चाहिए
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान को लेकर अभी भले ही तारीख निश्चित नहीं हो पाई है लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने कार्यालय में प्रपत्र भेज दिया है। वैश्विक महामारी के चलते पंचायत चुनाव की तैयारी नहीं हो सकी है। ग्राम प्रधानों का कार्यकाल दिसंबर माह में पूरा हो जाएगा। इसको लेकर जुलाई माह से ही सरकारी तैयारी शुरू हो जानी चाहिए।
पंचायत चुनाव को लेकर जून- जुलाई माह से ही तैयारी शुरू हो जानी चाहिए। मतदाता पुनरीक्षण और परिसीमन में करीब छह माह लग जाते हैं। नियमानुसार तीन माह तक मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम चलता है। मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन के बाद पंचायत सीट को लेकर परिसीमन किया जाता है। इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग की ओर चुनाव की तिथि घोषित की जाती है। वैश्विक महामारी में चुनाव को लेकर अभी तक प्रक्रिया ही शुरू नहीं हो सकी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने पुनरीक्षण अभियान समय मतदाता सूची में नाम बढ़ाने और घटना के लिए प्रपत्रों का पहला खेप निर्वाचन कार्यालय भेज दिया है। कर्मचारियों को पुनरीक्षण अभियान के तारीख का इंतजार है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी डीएस शुक्ला का कहना है कि प्रपत्र तो मिल गया है लेकिन अभी तक पुनरीक्षण के लिए कोई तिथि निश्चित नहीं की गई है।
----------------
चारों पदों पर चुनाव एक साथ कराने की तैयारी
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के अलावा ग्राम पंचायत सदस्यों का चुनाव एक साथ कराने की तैयारी चल रही है। दरअसल तीनों सीटों पर चुनाव पिछली बार आगे-पीछे कराए गए थे। ग्राम प्रधानों और ग्राम पंचायत सदस्यों का कार्यकाल दिसंबर माह में ही पूरा हो जा रहा है जबकि क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत का मार्च 2021 में पूरा होगा। वैश्विक महामारी के चलते अभी तक चुनाव की तैयारी शुरू नहीं की गई है। जानकारों का कहना है कि जब भी भाजपा की सरकार रही है तब वह सभी सीटों पर एक साथ ही चुनाव कराई है। माना जा रहा है कि इसी तरह इस बार भी एक साथ ही चुनाव कराए जाएंगे।