9 मिनट में घट गई 4 मेगावाट बिजली की खपत
प्रधानमंत्री के आह्वान पर रविवार की रात नौ मिनट के लिए विद्युत विभाग के लिए संकट का वक्त था। इसके लिए विभागीय उच्चाधिकारियों की ओर से इंजीनियरों को अलर्ट भी जारी किया गया था। निर्धारित एक ही समय पर प्रकाश व्यवस्था के उपकरण बंद होने पर खपत वोल्टेज कम होने से ट्रांसफार्मर व अन्य उपकरणों के फेल होने की पूरी संभावना थी। विभागीय व मीडिया की ओर से सजग किए जाने से विद्युत उपभोक्ताओं ने जागरूकता दिखाकर विभागीय संकट टालने में घरों के अन्य विद्युत उपकरण चाूल रखकर भरपूर सहयोग किया।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पीएम मोदी के आह्वान पर पूरा भदोही रविवार रात नौ मिनट तक दीये से जगमग हो उठा। लोगों ने अपने घरों की बत्ती बुझा दी। हालांकि फ्रिज, कूलर और अन्य दूसरे उपकरण चल रहे थे। फिर भी नौ मिनट तक चार मेगावाट बिजली की पूरे जिले में खपत कम हो गई। पूरे नौ मिनट तक लाइटें बुझा दी गई, इसके चलते 86 मेगावाट बिजली आपूर्ति रिकार्ड की गई। आपूर्ति व्यवस्था में कोई व्यवधान नहीं है, इस बीच पूरे जिले में कहीं कोई फाल्ट दर्ज नहीं किया गया। रात 9.21 बजे करीब 90 मेगावाट बिजली का लोड रिकार्ड किया गया। इस तरह करीब चार मेगावाट बिजली के खपत में कमी आई। अधिशासी अभियंता से लेकर बिजली विभाग के ज्यादातर इंजीनियर सब स्टेशनों पर डटे थे।
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जताई जा रही थी व्यवस्था फेल होने की आशंका
निर्धारित समय पर प्रकाश व्यवस्था बंद होने पर इंजीनियर ट्रांसफार्मर व अन्य उपकरणों के फेल होने की आशंका जता रहे थे। इसके लिये पूरी तैयारी भी कर ली गई थी। लेकिन उपभोक्ता बल्ब व ट्यूटलाइट बंद करने के अलावा दूसरे उपकरण चालू रखे हुए थे। इसके चलते संभावित संकट से व्यवस्था को नहीं जूझना पड़ा। विद्युत उपकरणों की क्षमता 50 हर्ट्ज वोल्टेज की होती है, इससे 2.5 हर्ट्ज से अधिक उतार-चढ़ाव पर ट्रांसफार्मर, तार और अन्य उपकरण डैमेज हो जाते हैं।
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- प्रकाश व्यवस्था निर्धारित समय पर बंद होने को लेकर इंजीनियर सतर्क थे। ग्राहकों ने तय समय पर अन्य उपकरणों को चालू रखकर जो सजगता दिखाई उससे वोल्टेज पर मामूली अंतर आया। नौ मिनट बाद फिर से खपत बढ़ने से मामूली दिक्कत के बाद सामान्य कर दिया गया।
-- चंद्रशेखर, अधिशासी अभियंता, ट्रांसमिशन इकाई, भदोही