कर दें खेतों की जोताई, बढ़ेगी मिट्टी की उर्वरा शक्ति
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) भीषण गर्मी पड़ रही है। इस समय खेतों की जोताई कराना ब
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : भीषण गर्मी पड़ रही है। इस समय खेतों की जोताई कराना बेहद लाभकारी होगा। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। जब उर्वरा शक्ति बढ़ेगी तभी अधिक उत्पादन होगा। कृषि विभाग की ओर से खाली पड़े खेतों की गहरी जोताई कराने का आह्वान किया गया है। इस समय खेतों की जोताई करने से मिट्टी की भीतरी सतह भी सेहतमंद हो जाएगी। जिला कृषि अधिकारी अशोक कुमार प्रजापति ने कहा गर्मी की गहरी जोताई से मृदा की ऊपरी कठोर पर्त टूट जाती है। साथ ही तेज धूप लगने से पैदावार में बाधक बनने वाले खर पतवार, हानिकारक कीड़े-मकोड़े भी नष्ट हो जाते हैं। मृदा की जल संग्रहण क्षमता बढ़ने से वर्षा जल के साथ घुलकर आने वाली वायुमंडलीय नत्रजन व प्रदूषण के रूप में वायुमंडल में उपस्थित अन्य तत्व जैसे गंधक आदि मिट्टी में अवशोषित होकर उपजाऊ शक्ति को बढ़ाते हैं।
-------- गर्मी की जोताई के लाभ
ग्रीष्मकालीन जोताई से मृदा की संरचना में सुधार होता है। जलधारण क्षमता बढ़ जाती है जो फसल के लिए अत्यंत उपयोगी है।
- खेत में ऊपर की कठोर परत टूट जाती है। जो फसल के जड़ों के विकास के लिए अनुकूल है।
- खेत में उगे खर पतवार एवं फसल अवशेष मिट्टी में दबकर सड़कर जैविक खाद में परिवर्तित हो जाते हैं। इससे मिट्टी में जीवाश्म की मात्रा बढ़ती है।
- मिट्टी के अंदर छिपे हानिकारक कीड़े, मकोड़े, उनके अंडे, लार्वा, प्यूपा सूर्य की तेज किरणों के सीधे संपर्क में आने से नष्ट हो जाते हैं।
- फसलों पर कीटनाशक एवं खरपतवारनाशी रसायनों का कम उपयोग करना पड़ता है।
- मृदा में वायु संचार बढ़ जाता है। जो लाभकारी सूक्ष्म जीवों की वृद्धि और विकास में सहायक होता है।