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छाए रहेंगे आंशिक बादल, नहीं होगी बारिश

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) आगामी सप्ताह में स्थिर तापमान के साथ मौसम साफ रहेगा। हा

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 11:53 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 11:53 PM (IST)
छाए रहेंगे आंशिक बादल, नहीं होगी बारिश

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : आगामी सप्ताह में स्थिर तापमान के साथ मौसम साफ रहेगा। हालांकि अगले दो-तीन दिनों तक आंशिक बादल छाए रहेंगे। छह से आठ किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवा से रात में ठंड बढ़ेगी। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि मौसम विभाग की जारी एडवाइजरी के पूर्वानुमान के अनुसार दिन और रात की आ‌र्द्रता 65 से 90 फीसद की तरह सामान्य रहनी चाहिए। इस समय दिन का तापमान 28 से 29 व रात का तापमान 13 से 15 डिग्री सेल्सियस रहेगा। 21 नवम्बर के बाद न्यूनतम तापमान और भी गिरावट आने का अनुमान है। पूरी करें बोआई व धान की मड़ाई

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मौसम की स्थिति को देखते हुए किसानों को चाहिए कि रबी अभियान की प्रमुख गेहूं सहित मसूर, सरसों आदि की बोआई जल्द से जल्द पूरी करें। धान की कटाई व मड़ाई को भी जल्द निबटाना लाभप्रद होगा। शुष्क मौसम और मिट्टी की नमी की स्थिति को देखते हुए सब्जी फसल की सिचाई की जा सकती है। इसके साथ ही 15 से 22 सेमी के हो चुके आलू के पौधों की गुड़ाई कर मिट्टी चढ़ाने का किसान पूरा कर सकते हैं। मौसम को देखते हुए किसानों को तत्काल धान की मड़ाई कर उपज कर घर के अंदर कर लें।

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ठंड से बढ़ा भेड़-बकरियों में निमोनिया का खतरा

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : ठंड में दिनों दिन वृद्धि होती जा रही है। ठंड से बचाव के लिए लोग तमाम प्रयास करने लगे हैं। वहीं यह मौसम भेड़-बकरियों के लिए भी घातक साबित होगा। ऐसे में उनके पालन में लगे पालकों को देखभाल में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। थोड़ी सी लापरवाही पर उन्हें निमोनिया का शिकार बना सकती है।

उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जेडी सिंह ने बताया कि ठंड के मौसम में भेड़-बकरियों को खुले की बजाय छायादार स्थान पर रखने का प्रयास करना चाहिए। जरा सी लापरवाही पर वह विषाणुजनित बीमारी पीपीआर, निमोनिया की जद में आती है क्योंकि ठंड में उनके अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाती है। लक्षण के बारे में बताया कि प्रभावित भेड़-बकरियों के नाक से पानी आने लगता है। वे खांसने लगती हैं। इस तरह के लक्षण दिखने पर प्रभावित भेड़-बकरियों को झुंड से अलग कर देना चाहिए। नहीं तो अन्य भी प्रभावित हो सकतीं हैं। इसके साथ ही चिकित्सक को दिखाकर उपचार करने की सलाह दी।


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