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अनदेखी व उदासीनता की मार झेल रहे धान क्रय केंद्र

क्रय केंद्रों पर सुरक्षा को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से करीब 10 हजार एमटी धान बारिश से भीग गया। केंद्र परिसर पानी भर जाने से सैकड़ों बोरी धान खराब भी हो गए। इसके बाद भी शनिवार को दूसरे दिन कहीं सक्रियता तो कहीं उदासीनता जारी रही। गोपीगंज स्थित मंडी समिति में बने केंद्र पर बचाव का कोई ठोस व्यवस्था होते नहीं दिखी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 06:28 PM (IST)Updated: Sat, 14 Dec 2019 06:28 PM (IST)
अनदेखी व उदासीनता की मार झेल रहे धान क्रय केंद्र
अनदेखी व उदासीनता की मार झेल रहे धान क्रय केंद्र

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : क्रय केंद्रों पर सुरक्षा को लेकर अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से करीब 10 हजार एमटी धान बारिश से भीग गया। केंद्र परिसर पानी भर जाने से सैकड़ों बोरी धान खराब भी हो गए। इसके बाद भी शनिवार को दूसरे दिन कहीं सक्रियता तो कहीं उदासीनता जारी रही। गोपीगंज स्थित मंडी समिति में बने केंद्र पर बचाव का कोई ठोस व्यवस्था होते नहीं दिखी। किसानों को उनके उत्पादन का उचित मूल्य दिलाने के लिए जिले में विपणन के अलावा अन्य एजेंसियों के 40 केंद्र खोले गए हैं। सर्वाधिक विपणन के ही छह खरीद केंद्रों पर धान की खरीद हुई है।

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विपणन केंद्रों पर गोदामों में पीडीएस का खाद्यान्न भरे होने के कारण खरीद किया गया धान खुले आसमान के नीचे ही रखा जाता है। गुरुवार को अचानक मौसम खराब होने के बाद भी अधिकारी खरीदे गए धान की सुरक्षा को लेकर सक्रिय नहीं हुए। रात में हुई बारिश से केंद्रों पर खुले में रखा गया धान पूरी तरह पानी से भीग गया। भदोही विपणन केंद्र में तो पानी भर गया। गोपीगंज, जंगीगंज, औराई, सुरियावां आदि केंद्रों पर हजारों एमटी धान पानी से भीग गया। शनिवार को की गई पड़ताल में गोपीगंज मंडी समिति में धान क्रय केंद्र पर भीगी बोरियां वैसे ही पड़ी रही। उनकी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं दिखाई पड़ा। जबकि शनिवार को निरीक्षण करने पहुंचे अपर जिलाधिकारी रामसिंह वर्मा सूखे धान को मिलरों के यहां भेजने का निर्देश भी दिया है। केंद्र के मार्केटिग इंस्पेक्टर संजय पांडेय ने बताया कि सूखे धान को मिलरों के यहां भेजने की कार्रवाई की जा रही है। भीगे हुए धान को सूखाकर दूसरे बोरे में रखा जाएगा। उधर जंगीगंज क्रय केंद्र पर सूखे धान को ट्रकों पर लादकर मिलरों के यहां भेजा जा रहा था तो और बोरियों को तिरपाल से ढंका गया था। प्रभारी शिवकुमार ने बताया कि धान मिलर के यहां पहुंचाया जा रहा है। ऊपर की जो बोरियां भीगी थी उन्हें भी अलग कर सुखाने के लिए रख लिया गया है।


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