कालीन उद्योग के विकास को लेकर परिषद गंभीर
इंडिया कारपेट एक्सपो-19 के आयोजन को लेकर उत्पन्न उहापोह की स्थिति अभी स्पष्ट तो नहीं हुई है लेकिन कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के नए चेयरमैन के रूप में सिद्धनाथ सिंह के कार्यभार ग्रहण करने के बाद भदोही में मेला आयोजन को बल मिला है। गत 15 जून को स्टेशन रोड स्थित एक प्रतिष्टान में आयोजित परिषद की प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने भदोही में मेला आयोजित करने की मंशा जाहिर की थी। परिषद का चेयरमैन बनने के बाद भी अपनी बात पर कायम हैं तथा उनका कहना है कि उद्योग हित में वे हर संभव प्रयास करेंगे।
जासं, भदोही: इंडिया कारपेट एक्सपो-19 के आयोजन को लेकर उत्पन्न उहापोह की स्थिति बनी हुई है। हालांकि कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के नए चेयरमैन के रूप में सिद्धनाथ सिंह के कार्यभार ग्रहण करने के बाद भदोही में मेला आयोजन को बल मिला है। उनका कहना है कि उद्योग हित में वह हर संभव प्रयास करेंगे।
केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय (भारत सरकार) के निर्देशानुसार गत मंगलवार को परिषद के चेयरमैन के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले श्री सिंह ने कहा कि कालीन उद्योग के विकास को लेकर परिषद गंभीर है, उद्योग हित में जो भी हो सकेगा वह किया जाएगा। भदोही में कालीन मेले के आयोजन के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे पहले भी इसके पक्षधर थे अब भी हैं। कहा कि इंडस्ट्री के लोगों की मंशा के अनुरूप मेले का आयोजन किया जाएगा। बताया कि भदोही में मेला आयोजन के दौरान वाराणसी से भदोही के बीच यातायात समस्या आड़े आ सकती है। श्री सिंह ने कहा कि जल्द ही उद्यमियों संग बैठक कर उनकी राय ली जाएगी तथा पूरा प्रयास होगा कि आगामी अक्टूबर में भदोही में इंडिया कारपेट एक्सपो-19 का आयोजन किया जाए। एकमा का भरपूर सहयोग: मानद सचिव
अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) के मानद सचिव हाजी शाहिद हुसैन अंसारी का कहना है कि सिद्धनाथ सिंह के चेयरमैन बनने से उद्योग जगत में उत्साह है तथा एकमा का विश्वास है कि कालीन उद्योग की समस्याओं का समाधान होगा। उद्योग हित में परिषद का भरपूर सहयोग किया जाएगा।
श्री अंसारी ने कहा कि भदोही में कालीन मेले का आयोजन नए चेयरमैन के लिए चुनौती है।