जनपद के एक लाख लोगों को पेयजल मयस्सर नहीं
पेयजल के लिए पालिका को पास कोई मास्टर प्लान नहीं
जागरण संवाददाता, भदोही : 25 वार्ड। 120 मोहल्ले। तीन लाख आबादी, लेकिन एक लाख लोगों को शुद्ध पेयजल मयस्सर नहीं है। शहर में आठ पंप खराब हैं। कई मोहल्ले पानी के बिना तड़प रहे हैं। शहर में सात ट्यूबवेल और 70 सबमर्सिबल पंप हैं। स्टेशन रोड स्थित मिडिल स्कूल परिसर का ट्यूबवेल खराब हो गया है। इसी तरह सात और सबमर्सिबल पंप काम नहीं कर रहे हैं। भीषण गर्मी में पानी के लिये हाहाकार मचा हुआ है। हैंडपंपों व निजी संसाधनों के भरोसे बड़ी आबादी है। तीन ओवरहेड टैंक बेकार
तीन ओवरहेड टैंक पहले स्थापित किए गए थे। नगर पालिका कार्यालय परिसर में चार दशक पहले स्थापित टैंक को निष्प्रयोज्य घोषित कर दिया गया, जबकि दरोपुर व मर्यादपट्टी में डेढ़ दशक पहले स्थापित दोनों टैंक शो पीस बने हैं। ट्यूबवेल से सीधे आपूर्ति होने के कारण आपूर्ति में फोर्स का अभाव है। कई मोहल्लों में पानी पहुंच ही नहीं रहा है। अवर अभियंता (जल) प्रदीप यादव ने बताया कि कार्यालय में स्थापित निष्प्रयोज्य टैंक को तोड़ा जा रहा है। 13 लाख से काम हो रहा है। तकनीकी खराबी से बंद दोनों ओवरहेड टैंक के लिए जल निगम को पत्र भेजकर जांच कराई जा रही है। उसकी मरम्मत भी कराई जाएगी। बंद ट्यूबवेल व सबमर्सिबल पंपों के रीबोर के लिए इस्टीमेट तैयार कराया गया है।
-जी. लाल, ईओ, नगर पालिका परिषद।