बहनों को नहीं मिला राखी का उपहार
डाक विभाग के मुखिया की ओर से रक्षा बंधन पर्व के अवसर पर जहां रविवार को भी डाकघर चालू रखने का निर्देश दिया गया था। लेकिन विभाग की चूक से राखी बांधने के बदले में भाइयों की ओर से बहनों को उपहार के बाबत भेजे गए मनिआर्डर नहीं मिल सका। जिसको लेकर डाक अधीक्षक व सहायक निदेशक डाक विभाग वाराणसी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है।
जागरण संवाददाता ज्ञानुपर (भदोही) : डाक विभाग के मुखिया की ओर से रक्षा बंधन पर्व के अवसर पर जहां रविवार को भी डाकघर चालू रखने का निर्देश दिया गया था। लेकिन विभाग की चूक से राखी बांधने के बदले में भाइयों की ओर से बहनों को उपहार के बाबत भेजे गए मनिआर्डर नहीं मिल सका। जिसको लेकर डाक अधीक्षक व सहायक निदेशक डाक विभाग वाराणसी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ओर डिजिटल इंडिया के की व्यवस्था देश में प्रभावी करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा प्रयासरत हैं । तो वहीं डाक विभाग की लापरवाही से पीएम की योजना का बंटाधार किया जा रहा है। नगर के कुंवरगंज निवासी शिव भूषण ¨सह मानस ने 20 अगस्त को अपनी बहनों के लिए रक्षा बंधन के पर्व पर राखी के बाबत उपहार स्वरुप पांच-पांच सौ रुपये डाकघर से मनिआर्डर के माध्यम से भेजा था। पर्व के दिन तक बहनों को पैसा न मिलने पर उन्होंने पोस्ट आफिस में शिकायत दर्ज कराई। कुल छह पता पर भेजे गए मनिआर्डर में से दो जगहों के पोस्टमैन की ओर से यह कहकर वापस कर दिया गया कि पता अपूर्ण लिखा गया है। जबकि शिकायतकर्ता का आरोप है कि आज भी उनकी बहनों के निवास का पता वही है जो मनिआर्डर में अंकित है। एक सितंबर को डाक अधीक्षक वाराणसी को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि पूरा पता के साथ पाने वाले का मोबाइल नंबर अंकित किए जाने के बावजूद मनमानी की गई। मामले में संबंधित जिम्मेदार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग किया है।