भदोही में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के 44 लाभार्थियों को सहायता राशि का इंतजार, बाट जोह रहे बेसहारा बच्चे
माता-पिता को खो चुके बेसहारा बच्चे मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत मिलने वाले सहायता राशि का इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं। 44 निराश्रित बच्चे राशि के लिए बाट जोह रहे हैं। ऐसे बच्चों को सरकार की तरफ से भरण पोषण को 2500 रुपये आर्थिक सहायता मिलती है।
भदोही, जागरण संवाददाता। सड़क हादसा हो या फिर बीमारी अथवा कोई अन्य कारण। माता-पिता दोनों अथवा किसी एक को खो देने से निराश्रित हुए 44 बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत भरण पोषण के लिए सहायता राशि का इंतजार है। निराश्रित हुए बच्चों की ओर से आवेदन कर लाभार्थी परिवार राहत मिलने की बाट जोह रहे हैं। हालांकि महकमे की ओर से आवेदन पत्रों का सत्यापन कर शासन को भेजा जा चुका है।
कोरोना संक्रमण से निराश्रित बच्चों को भरण पोषण के लिए दिए जा रहे चार हजार रुपये प्रति माह सहायता राशि की तर्ज पर चाहे वह घटना, दुर्घटना हो अथवा बीमारी एवं किसी अन्य कारण से माता-पिता की मौत के बाद निराश्रित बच्चों के भरण पोषण में कोई दिक्कत न आने पाए, प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) की भी शुरूआत की है।
इसके अंतर्गत निराश्रित बच्चों के लिए 2500 रुपये प्रति माह 18 वर्ष की उम्र तक राहत राशि देने की योजना है। अब देखा जाय तो जिले में कोरोना से निराश्रित 162 बच्चों को राहत राशि दी जा रही है तो अन्य कारण से निराश्रित 438 बच्चों को योजना का लाभ मिल रहा है। जबकि अप्रैल से अब तक हुए 44 निराश्रित बच्चों के ओर से हुए आवेदन पर सहायता राशि आने का इंतजार है। जिला प्रोबेशन अधिकारी शत्रुघ्न कनौजिया ने बताया कि आवेदन पत्रों का सत्यापन का कार्य पूरा कर शासन को भेजा जा चुका है। जल्द ही खाते में धनराशि आने की उम्मीद है।
600 बच्चों को मिल रहा लाभ
कोरोना के चलते निराश्रित हुए 162 बच्चों को सरकार की ओर से प्रति माह 2500 सौ रुपये सहायता राशि दी जा रही है। इसी तरह अन्य कारणों से निराश्रित 438 बच्चों को भी सरकार यह धनराशि दे रही है। इस बार 44 बच्चों ने नया आवेदन किया गया है। इन्हें सरकार की ओर से सहायता राशि का इंतजार है।