बगैर बारिश नगर की गलियां बनी ताल
कोरोना महामारी के दौरान साफ सफाई को लेकर शासन प्रशासन संवेदनशील है। साफ सफाई के साथ साथ गली मोहल्लों को सैनिटाइज करने का आदेश है। पालिका प्रशासन द्वारा अपने कर्तव्यों के पालन का दावा तो किया जा रहा है लेकिन वास्तविकता के धरातल पर स्थिति भिन्न है। लाकडाउन के दौरान विकास कार्यों पर अंकुश लग गया। इस बीच पहले से समस्याग्रस्त वार्ड व मोहल्लों की हालत और खराब हो गई। जलनिकासी बाधित होने के कारण मोहल्लों गलियों में आवागमन ठप हो गया। लंबे समय तक बने जलजमाव के कारण वातावरण भी प्रदूषित हो गया है।
जासं, भदोही: कोरोना महामारी के दौरान साफ सफाई को लेकर शासन प्रशासन संवेदनशील है। साफ सफाई के साथ साथ गली मोहल्लों को सैनिटाइज करने का आदेश है। पालिका प्रशासन द्वारा अपने कर्तव्यों के पालन का दावा तो किया जा रहा है लेकिन वास्तविकता के धरातल पर स्थिति भिन्न है। लॉकडाउन के दौरान विकास कार्यों पर अंकुश लग गया। इस बीच पहले से समस्याग्रस्त वार्ड व मोहल्लों की हालत और खराब हो गई। जलनिकासी बाधित होने के कारण मोहल्लों, गलियों में आवागमन ठप हो गया। लंबे समय तक बने जलजमाव के कारण वातावरण भी प्रदूषित हो गया है। आलमपुर नईबस्ती मोहल्ले को बानगी के तौर पर देखा जा सकता है। उक्त मोहल्ले की कुछ गलियों ऐसी हैं जहां आवागमन करना दूभर है। नालियां, जाम होने के कारण निकासी पूरी तरह बाधित है। बार बार शिकायत के बाद भी पालिका के कर्मचारी उधर का रुख नहीं कर रहे हैं। इसे लेकर लोगों में रोष देखा जा रहा है।
बताते चलें कि कालीन नगरी का आलमपुर नईबस्ती, घमहापुर, जलालपुर, जल्लापुर नईबस्ती, हिम्मतपुर बकुचियां जैसे कई वार्ड लंबे समय से पालिका की उपेक्षा के शिकार हैं। उक्त वार्डों में जल निकासी, पेयजल सफाई की समस्या अनवरत बनी रहती है। कोरोना महामारी के बीच 25 मार्च से पूरे देश में लाकडाउन लगने के बाद एक तरफ जहां विकास कार्य ठप हो गए वहीं समस्याग्रस्त मोहल्लों में स्थिति और खराब हो गई। बस्ती के लोग जलजमाव की समस्या से लंबे समय से जूझ रहे हैं। लॉकडाउन लगने के बाद नालियों की सफाई पूरी तरह ठप हो गई। इसके कारण मोहल्ले की गलियों में हर ओर जलजमाव की स्थिति है लोगों का घर से निकलना मुहाल हो गया है।
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वार्ड में जलजमाव की समस्या दशकों से चली आ रही है। निकासी न होने से बिन बारिश भी जलजमाव परेशानी का कारण बन जाती है। इन दिनों हालत और खराब हो गई है। गलियों में चलने लायक नहीं है।
चित्र..13-उबैद
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कोरोना महामारी के बीच मोहल्ले में जगह जगह कीचड़ व जलजमाव होने के कारण लोगों का आवागमन दूभर हो गया है। गंदगी के कारण संक्रामक रोग फैलने का डर बना हुआ है लेकिन पालिका पर कोई प्रभाव नहीं है।
चित्र..14-इरफान
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जलनिकासी व्यवस्था के नाम पर भारी भरकम रकम खर्च किया जा चुका है लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब बिन बरसात यह हालत है तो बरसात की स्थिति का आंकलन किया जा सकता है।
चित्र..15-सितारा
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इस समय मामूली बुखार व खांसी भी परेशानी की वजह साबित हो रही है। ऐसे में साफ सफाई को लेकर पालिका को और गंभीरता बरतनी चाहिए लेकिन जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।
चित्र..16-जुलेखा