कलाकृतियों से पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश
पेड़-पौधों की उपयोगिता दर्शाती कलाकृति रही हो या फिर स्वच्छता मिशन, जल संरक्षण अथवा हरे पेड़ों की कटान के चलते पर्यावरण को हो रही क्षति को दिखाने का प्रयास। रंगों के समोश के जरिए कोरे कैनवास पर उकेरी गई छात्र-छात्राओं की कलाकृतियों ने न सिर्फ उपस्थित लोगों का मन मोह लिया बल्कि चित्रों के जरिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पेड़-पौधों की उपयोगिता दर्शाती कलाकृति रही हो या फिर स्वच्छता मिशन, जल संरक्षण अथवा हरे पेड़ों की कटान के चलते पर्यावरण को हो रही क्षति को दिखाने का प्रयास। रंगों के समोश के जरिए कोरे कैनवास पर उकेरी गई छात्र-छात्राओं की कलाकृतियों ने न सिर्फ उपस्थित लोगों का मन मोह लिया बल्कि चित्रों के जरिए पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया। मौका था काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में चित्रकला विभाग की ओर से सोमवार को आयोजित पर्यावरण कुंभ विषयक दो दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी का। पहुंचे लोगों ने कलाकृतियों का अवलोकन कर विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया।
प्रदर्शनी का शुभारंभ करते हुए प्राचार्य डा. पीएन डोंगरे ने कहा कि कलाकृतियां भी विचारों के अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम होती है। जिस तरह से छात्र-छात्राओं ने अपनी कलाकृतियों के जरिए लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति संदेश दिया गया है वह वास्तव में सराहनीय है। डा. किशोरीलाल पांडेय ने कहा कि पर्यावरणीय अवमूल्यन के प्रति जागरुकता पैदा करने का प्रयास सराहनीय है। इसी तरह अन्य प्राध्यापकों ने भी छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि कला के जरिए संस्कृति व सभ्यता को संजोकर रखा जा सकता है। छात्र-छात्राओं को किसी भी क्षेत्र में कड़ी मेहनत का संदेश दिया गया। कहा गया कि लक्ष्य तय कर की गई कड़ी मेहनत से ही सफलता मिलती है। चित्रकला विभाग के विभागाध्यक्ष डा. रोशन प्रसाद ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर डा. प्रभात वर्मा, डा. कामिनी वर्मा, डा. घनश्याम मिश्र, डा. महेंद्र त्रिपाठी, डा. मनोज यादव, डा. अजय सोनकर आदि थे।