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अधिशासी अधिकारी के खिलाफ सभासदों ने खोला मोर्चा

नईबाजार नगर पंचायत के सभासदों व ईओ में चल रही खींचातानी का मामला गंभीर रूप लेता जा रहा है। इस क्रम में सभासदों का प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को एसडीएम से मिला तथा ईओ की शिकायत करते हुए उनके तबादले की मांग की। नईबाजार नगर पंचायत में सभासदों ईओ के बीचा काफी दिनों से विवाद की स्थिति है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 09:11 PM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 10:45 PM (IST)
अधिशासी अधिकारी के खिलाफ सभासदों ने खोला मोर्चा

जागरण संवाददाता, भदोही: नगर पंचायत नई बाजार के सभासदों ने अधिशासी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को उप जिलाधिकारी भदोही से मिलकर अधिशासी अधिकारी पर विकास कार्य बाधित करने का आरोप लगाया है। चेताया कि यदि उनका स्थानांतरण नहीं हुआ तो वह सड़क पर उतरने के लिए बाध्य होंगे।

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नईबाजार नगर पंचायत में सभासदों और अधिशासी अधिकारी के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा है। अंदरखाने में अध्यक्ष और ईओ के बीच तालमेल न होने की सुगबुगाहट है हालांकि वह अभी अधिशासी अधिकारी के खिलाफ मोर्चा नहीं खोले हैं लेकिन अंदर ही अदंर विरोध करते हैं। सभासदों का कहना है कि ईओ की उदासीनता के कारण नगर का विकास कार्य ठप है। सभासदों ने बैठक कर आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया था। इस क्रम में आधा दर्जन से अधिक सभासदों का प्रतिनिधिमंडल तहसील में जाकर एसडीएम से मिला तथा पत्रक सौंपते हुए ईओ की शिकायत की। कहा कि नगर की भलाई के लिए ईओ का तबादला हर हाल में होना चाहिए। सभासदों ने इससे पहले जिलाधिकारी, मंडलायुक्त सहित नगर विकास मंत्री को पत्र भेजकर समस्या से अवगत करा चुके हैं। सभासद शमशुद्दीन अंसारी ने कहा कि बोर्ड के गठन को 14 माह हो गए लेकिन विकास के नाम पर महज औपचारिकता का निर्वहन किया गया। आरोप लगाया कि पिछले दिनों डस्टबिन आदि की खरीद में धांधली की गई। सभासद परमानंद मौर्या ने कहा कि नगर पंचायत में प्रमाण पत्र बनवाना टेढ़ी खीर हो गया है। जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए जनता चक्कर काट रही है। अन्य सभासदों खोआ सोनकर, सुरेंद्र चौहान, विमल जायसवाल, राजकुमार गुप्ता आदि ने कहा कि सभासद जनता को जवाब देने की स्थिति में नहीं है। प्रतिनिधिमंडल में वाजिद अली, दीना सोनकर आदि थे।

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नगर पंचायत के विकास को लेकर पूरी ईमानदारी से काम कर रही हूं। विकास कार्य को चेयरमैन की ओर से बाधित किया गया है। कई दिनों से निविदा तैयार कर रखा गया है लेकिन चेयरमैन द्वारा हस्ताक्षर नहीं किया जा रहा है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दे दी गई है। नियमों के खिलाफ कार्य कराने का दबाव बनाया जा रहा है। अधिशासी अधिकारी रहते हुए मैं भ्रष्टाचार और नियमों के विरुद्ध कार्य न तो करेंगे और न ही करने दूंगी।

सोनल जैन, अधिशासी अधिकारी, नई बाजार।


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