मदरसे में पेश किया खिराजे अकीदत
कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को लेकर गम व गुस्से का दौर जारी है। कहीं विरोध प्रदर्शन तो कहीं आतंकवाद व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का पुतला फूंका जा रहा है। मदरसा दारुल उलूम हबीबिया रिज्विया गोपीगंज में आयोजित कार्यक्रम में शहीद सैनिकों को खिराजे अकीदत पेश की गई।
जासं, लालानगर (भदोही) : कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद जवानों को लेकर गम व गुस्से का दौर जारी है। मदरसा दारुल उलूम हबीबिया रिज्विया गोपीगंज में शहीद सैनिकों को खिराजे अकीदत पेश की गई। प्राचार्य मौलाना मुख्तार अहमद रिजवी ने इस नापाक कायराना हरकत की मुखालफत की। प्रधानमंत्री से कड़ी कार्रवाई की मांग की। कहा कि दहशत गर्दों के साथ उनको शह देने वालों को भी सबक सिखाना होगा। मौलाना ताज मोहम्मद, मौलाना जाहिद रजा, मौलाना मुख्तार हाफिज, सलाहुद्दीन व अन्य लोगों ने खिराजे अकीदत पेश की। इसी तरह मदरसा गरीब नवाज में हुई बैठक आतंकवादी हमले को कायराना हरकत बताया गया। कहा कि इस्लाम में किसी बेगुनाह का कत्ल सबसे गुनाह है। हाफिज गुलाम मुर्तजा, सरवर खां समसुल हक, हाजी मकसूद, हाजी बल्ला हाशमी ऐनुल हक, हाजी हलीम प्रधान, शकील खां आदि ने शहीद जवानों को खिराजे अकीदत पेश की।