मिले बजट तो कालीन नगरी में चले विकास का रथ
कोरोना काल में नगरीय विकास थम सा गया है। शासन बजट नहीं दे रहा है इसके चलते पुराने टेंडर के काम ठप पड़े हैं वहीं नए कार्य शुरू नहीं कराए जा रहे हैं।
जासं, भदोही : कोरोना काल में नगरीय विकास थम सा गया है। शासन बजट नहीं दे रहा है, इसके चलते पुराने टेंडर के काम ठप पड़े हैं, वहीं नए कार्य शुरू नहीं कराए जा रहे हैं। पिछले छह माह में शासन को भेजे गए 372 करोड़ के स्टीमेट को हरी झंडी नहीं मिली है जबकि नगर में समस्याओं की भरमार है। पेयजल और जल निकासी समेत सड़कों के निर्माण का कार्य अधर में लटका है।
पिछले वित्तीय वर्ष में कराए गए टेंडर का काम ही प्रगति पर है जबकि धनाभाव में नया टेंडर जारी नहीं किया जा रहा है। जल निकासी नगर की गंभीर समस्या है। इसके समाधान के लिए छह साल पहले ढाई सौ करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया था लेकिन उसे मंजूरी नहीं मिली थी। इधर बीच भी पालिका बोर्ड ने छह माह पहले 278 करोड़ का स्टीमेट भेजा है। जल्लापुर-नई बस्ती, घमहापुर सहित अन्य मार्गों के निर्माण के लिए दो माह पहले 11 करोड़ का स्टीमेट शासन को प्रेषित हुआ है। इसी तरह नाला निर्माण के लिए भी 83 करोड़ का स्टीमेट भेजा गया है।
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धन आवंटित होते ही विकास का पहिया पटरी पर आ जाएगा। कई समस्याएं शहर की दूर हो सकती हैं। इस दिशा में पत्रावली चल रही है।
- जी लाल, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद भदोही