व्यवस्था की जांच करके ही करें होम आइसोलेट
लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण को मंडलायुक्त विध्याचल मंडल प्रीति शुक्ला ने गंभीरता से लिया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अफसरों संग बैठक कर बचाव के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों में किसी भी तरह की खानापूर्ति न किए जाने की हिदायत दी। विशेषकर अलाक्षणिक पॉजिटिव पाए जाने वाले संक्रमितों को
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण को मंडलायुक्त विध्याचल मंडल प्रीति शुक्ला ने गंभीरता से लिया है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट परिसर में अफसरों संग बैठक कर बचाव के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों में किसी भी तरह की खानापूर्ति न किए जाने की हिदायत दी। विशेषकर अलाक्षणिक पॉजिटिव पाए जाने वाले संक्रमितों को होम आइसोलेट करने के पहले पूरी व्यवस्था की जांच करने के बाद ही इसकी अनुमति दी जाय।
उन्होंने बताया कि पॉजिटिव मिलने पर कोई होम आइसोलेट रहना चाहता है तो स्वास्थ्य विभाग से निरीक्षण कराकर यह जानकारी अवश्य की जाय की अलग रहने के लिए कोई व्यवस्था है कि नहीं, साथ ही दो शौचालय का होना अनिवार्य है जिससे एक संक्रमित तो दूसरे का उपयोग परिवार के अन्य सदस्य कर सकें। होम आइसोलेट व्यक्ति दिशा निर्देशों का पालन कर रहा है कि नहीं इसकी भी बराबर निगरानी करते रहें। इसके साथ ही उन्होंने सप्ताह में शनिवार व रविवार को लागू प्रतिबंध के दिन नगर से लेकर बाजार तक में साफ-सफाई, ब्लीचिग का छिड़काव व सैनिटाइज को पूरी गंभीरता के साथ कराने का निर्देश दिया। नगरीय क्षेत्रों में हर गली व मोहल्ले में अभियान चलना चाहिए। मात्र दिखावे व फोटो खिचवाने का काम न किया जाय। उन्होंने सीएमओ डॉ. लक्ष्मी सिंह से तैयारियों आदि की जानकारी भी ली। बैठक में जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद, सीडीओ विवेक त्रिपाठी, डीपीआरओ बालेशधर द्विवेदी, जिला समन्वयक स्वच्छता मिशन डॉ. सरोज पांडेय व अन्य संबंधित अधिकारी थे। जांच में अधिक निगेटिव रिपोर्ट, प्रक्रिया में खामी
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जनपद में कोरोना संक्रमण की रोकथाम व संक्रमितों को सुविधाओं को लेकर मंगलवार को मंडलायुक्त प्रीति शुक्ला ने अधिक निगेटिव रिपोर्ट पर सवाल खड़ा कर दिया। मंगलवार को कलेक्ट्रेट में बैठक के दौरान सीएमओ से कहा कि कोरोना जांच में अधिक निगेटिव रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत करना स्वास्थ्य टीम की कार्यशैली को हर हाल में अच्छा नहीं कहा जा सकता। जांच संवेदनशीलता से होनी चाहिए। इसके अलावा लक्षण वाले और संदिग्धों की जांच अनिवार्य रुप से कराई जाए। हॉट स्पॉट जोन का सर्वे कराकर सर्दी, खांसी, सांस, किडनी व अन्य कोरोना लक्षण वाले रोगियों को स्वास्थ्य टीम अस्पताल लाकर तत्काल स्वैब जांच कराए। लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. लक्ष्मी सिंह ने कहा कि कमिश्नर के निर्देश पर अमल करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित कर दिया गया है।