हीमो डायलिसिस सेंटर में नहीं लगा जेनरेटर, मरीजों को होगी परेशानी
जिले के लोगों को बुधवार को मुख्यमंत्री के वर्चुअल लोकार्पण के बाद अत्याधुनिक हीमो डायलिसिस की सुविधा मिलने लगी है।
हीमो डायलिसिस सेंटर में नहीं लगा जेनरेटर, मरीजों को होगी परेशानी
सौ शैय्यायुक्त अस्पताल में 58.36 लाख रुपये की लागत से बने सेंटर में बिजली की व्यवस्था नहीं
दस बेड सेंटर में छह बेडों पर आवश्यक सुविधाएं की गई हैं बहाल, अन्य सुविधाएं भी की जा रहीं
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वर्चुअल लोकार्पण के बाद मरीजों को अत्याधुनिक हीमो डायलिसिस सेंटर में सुविधा मिलने लगी। 58.36 लाख रुपये की लागत से बने सेंटर में बिजली ठप हुई तो मरीजों को परेशानी होगी। यहां जेनरेटर न होने से परेशानी हो सकती है। दस बेड के इस सेंटर में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जेनरेटर नहीं लगाया गया है।
मरीजों को जरूरत पर हीमो डायलिसिस के लिए मीरजापुर, प्रयागराज तक भाग-दौड़ करनी पड़ती थी। असुविधा को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सौ शैय्यायुक्त संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में 58.36 लाख रुपये की लागत से सेंटर का निर्माण कराया गया है। बुधवार को इसका लोकार्पण कर मरीजों के लिए चालू कर दिया गया। दस बेड के इस सेंटर में छह बेडों पर सभी जरूरी सुविधाएं बहाल की गई हैं। भिड़िउरा निवासी अंबिका दुबे के स्वजन ने बताया डेढ़ साल से सप्ताह में दो बार मीरजापुर हीमो डायलिसिस के लिए जाना पड़ता था। मरीज को बाइक से ले जाने में समय के साथ आर्थिक व्यय होता था। यहां सेंटर चालू होने से काफी राहत मिली है।
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24 मरीजों का पंजीकरण
अभी तक जिले के 24 मरीजों ने हीमो डायलिसिस सुविधा के लिए पंजीकरण कराया है। मरीजों को जरूरत के हिसाब से नियत समय पर यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। जरूरत होने पर खून चढ़ाने की भी सुविधा मिलेगी।
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हीमो डायलिसिस सेंटर जेनरेटर लगवाया जाएगा। संचालन के लिए अधिकृत संस्था की ओर से जल्द ही यह व्यवस्था की जाएगी। सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक डायलिसिस की सुविधा रहेगी। मरीजों को सुविधा में किसी भी तरह की दिक्कत होने पर सीएमएस या उन्हें जरूर बताएं।
डा. संतोष कुमार चक, सीएमओ।