समाज सुधार की दिशा में गुरु का योगदान अतुलनीय
निरंकारी गुरु के शहादत दिवस को एकता दिवस के रूप में मनाया गया जागरण संवाददाता भदोही निरंकारी मिशन के तीसरे गुरु बाबा गुरुवचन सिंह की शहादत दिवस को मानव एकता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर रजपुरा स्थित संत निरंकारी भवन में बुधवार को विशेष सत्संग का आयोजन किया गया। गुरु बाबा को याद करते हुए पदचिहों पर चलने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में भक्तों को उनके विचारों से अवगत कराने के साथ साथ प्रसाद वितरण किया गया।
जागरण संवाददाता, भदोही: निरंकारी मिशन के तीसरे गुरु बाबा गुरुवचन सिंह की शहादत दिवस को मानव एकता दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर रजपुरा स्थित संत निरंकारी भवन में बुधवार को विशेष सत्संग का आयोजन किया गया। गुरु बाबा को याद करते हुए पदचिहों पर चलने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में भक्तों को उनके विचारों से अवगत कराने के साथ साथ प्रसाद वितरण किया गया।
मिशन के राजेश कुमार ने कहा कि एकता मानव की प्राथमिक आवश्यकता है। संत महात्मा मानव को हमेशा ही इसके लिए प्रेरित करते रहे हैं। बाबा गुरुबचन सिंह की सरलता, सहजता व विशालता से युक्त तप-त्याग भरा जीवन मानव एकता के लिए समर्पित था। कहा कि समाज सुधार की दिशा की में उनके योगदान को कभी भुलाया जा नहीं सकता। जाति-पांति धर्म, सम्प्रदाय के भेदभाव से उपर उठकर आध्यात्मिक आधारित जीवन जीने की प्रेरणा देने वाले बाबा गुरुबचन सिंह जी महाराज अंतिम सांसों तक मानव को मानव के नजदीक लाने का प्रयास करते रहे। समापन से पूर्व उपस्थित भक्तजनों में प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर रामशंकर, चंद्रेश कुमार, बंशीलाल, विभा, कविता व बृजलाल समेत अन्य मौजूद थे।