लक्ष्य पूर्ति की ओर बढ़ रहा महकमा
मत्स्य पालन कर पालकों को लाभान्वित किए जाने को लेकर विभाग द्वारा चलाई जा रही मछली पालन योजना के तहत मत्स्य बीज तैयार कर उसके वितरण के निर्धारित लक्ष्य की ओर महकमा बढ़ रहा है। महकमें की माने तो लोग इसके लिए रूचि दिखाएं तो मछली पालन बेहतर व्यवसाय साबित होगा।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मत्स्य पालन कर पालकों को लाभान्वित किए जाने को लेकर विभाग द्वारा चलाई जा रही मछली पालन योजना के तहत मत्स्य बीज तैयार कर उसके वितरण के निर्धारित लक्ष्य की ओर महकमा बढ़ रहा है। महकमें की माने तो लोग इसके लिए रूचि दिखाएं तो मछली पालन बेहतर व्यवसाय साबित होगा।
खेती व पशुपालन के साथ किसान व पशुपालक मछली पालन करके भी बेहतर आय अर्जित कर सकते हैं। मछली पालन के लिए मत्स्य विभाग को कुल 47 लाख मत्स्य बीज उत्पादित करने का लक्ष्य रखा गया था। सहायक निदेशक मत्स्य पारस ¨सह ने बताया कि अब तक कुल 38 लाख से अधिक मत्स्य बीज का उत्पादन किया जा चुका है। मत्स्य निदेशक ने बताया कि तालाब में डाले जाने वाले अधिकतर मत्स्य बीज (छोटे बच्चों) को या तो बड़ी मछलियां खा जाती हैं या फिर उनका उचित बढ़वार नहीं हो पाता। इससे उत्पादन कम हो जाता है। इसे देखते हुए शासन स्तर से तालाब में छोड़ने के पहले मत्स्य बीज को अलग से नर्सरी में पोषित करने की योजना तैयार की है। बताया कि जिले में दस हेक्येटर क्षेत्रफल में नर्सरी तैयार करने का लक्ष्य तय किया गया है। बताया कि 50 हजार रुपये की लागत में तैयार होने वाली नर्सरी में किसानों के 50 फीसद अनुदान दिया जाएगा।