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सुस्त रहे अभियंता, धुआं हो गए 250 ट्रांसफार्मर

रोस्टर के अनुसार बिजली पहुंचाने के लिए शासन सख्त है तो इंजीनियर सुस्त हैं। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने कार्यशाला में मौजूद सभी इंजीनियरों को आगाह किया था कि ट्रांसफार्मर से जुड़ने वाले कंडक्टर तार को पेट्रोलिग कर जांच कर व्यवस्थित कर लें। कारण यह कि ज्यादातर ट्रांसफार्मर कंडक्टर तार के ढीला होने पर चिगारी निकलने की वजह से ही जल जाते हैं। लेकिन इंजीनियरों ने चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। सुस्ती से अगस्त माह में 250 ट्रांसफार्मर धूंआ हो गए। इन ट्रांसफार्मरों के जलने के कारण विभाग को

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 06:26 PM (IST)Updated: Sat, 31 Aug 2019 06:26 PM (IST)
सुस्त रहे अभियंता, धुआं हो गए 250 ट्रांसफार्मर
सुस्त रहे अभियंता, धुआं हो गए 250 ट्रांसफार्मर

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर, भदोही : रोस्टर के अनुसार बिजली पहुंचाने के लिए शासन सख्त है तो इंजीनियर सुस्त हैं। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक ने कार्यशाला में मौजूद सभी इंजीनियरों को आगाह किया था कि ट्रांसफार्मर से जुड़ने वाले कंडक्टर तार को पेट्रोलिग कर जांच कर व्यवस्थित कर लें। कारण यह कि ज्यादातर ट्रांसफार्मर कंडक्टर तार के ढीला होने पर चिगारी निकलने की वजह से ही जल जाते हैं। लेकिन इंजीनियरों ने चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया। सुस्ती से अगस्त माह में 250 ट्रांसफार्मर धूंआ हो गए। इन ट्रांसफार्मरों के जलने के कारण विभाग को करीब तीन करोड़ की चोट पहुंचा दी गई। जलने की तकनीकि कारण की जांच की गई तो ज्यादातर ट्रांसफार्मर लापरवाही की वजह से जले हैं, उपकरण की खराबी से बहुत ही कम।

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कई इलाकों में था ब्लैक आउट, झेला संकट

- अगस्त में ट्रांसफार्मरों के फुंकने से कई गांवों और शहरी इलाके में ब्लैक आउट रहा। पेयजल संकट भी लोगों ने झेला। कटौती के चलते उमस व गर्मी में हर कोई तड़प उठा। ट्रांसफार्मरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही बरती गई।

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10 ट्रांसफार्मर बदले जाने बाकी : अगस्त में दस जले ट्रांसफार्मर को बदला जानी बाकी है। सर्रोंई, दुर्गागंज व सीतामढ़ी क्षेत्र के कई गांव में एक सप्ताह से जला ट्रांसफार्मर अभी तक नहीं बदला गया। अफसरों के दावे को इस गांव के लोग पोल खोल रहे हैं।

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फाल्ट को नहीं कर रहे गंभीरता

- ग्रामीण क्षेत्रों में लगे ट्रांसफर्मर में अगर मामूली कमी आई तो भी लोग जलने की जानकारी देते हैं। वितरण विभाग के इंजीनियर भी सूचना के बाद भी जांच नहीं करते। वर्कशाप के अवर अभियंता का कहना है कि अगर खराबी का परीक्षण कर लिया जाए तो अधिकांश ट्रांसफार्मर को जगह पर मरम्मत कर चालू किया जा सकता है। इसके लिए अधीक्षण अभियंता वर्कशाप में भी आगाह कर चुके हैं। फिर भी ध्यान नहीं दिया गया।

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ट्रांसफार्मर की लागत

केवीए लागत राशि

25 62 हजार

63 1.12 लाख

100 1.95 लाख

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ऐसे करें ट्रांसफार्मर की सुरक्षा

- ट्रांसफार्मर की नियमित पेट्रोलिग

- कनेक्टर तार ढीला नहीं होना चाहिए

- ट्रांसफार्मर के बॉडी व नीचे तेल न गिरे

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अगस्त में जले ट्रांसफार्मर पिछले वर्ष के इस माह के आंकड़े से बहुत ही कम हैं। जो सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरतने का ही प्रमाण है। अभी पर्याप्त ट्रांसफार्मर है, जलने के बाद उसे तत्काल बदलने की व्यवस्था है। -- राधेश्याम, अवर अभियंता वर्कशाप


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