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एनआईटी व केंद्र से सहायता प्राप्त तकनीकी कालेजों में प्रवेश के बदले नियम

परीक्षा के ऐन वक्त पर तबीयत खराब हो जाने या फिर किसी अन्य कारण से 12वीं की परीक्षा में 75 फीसद अंक हासिल नहीं हो पाया। नतीजा ऐसे तमाम विद्यार्थी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) और केंद्र सरकार की ओर से सहायता प्राप्त तकनीकी कालेजों में दाखिला हासिल करने से वंचित रह जाते थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Jul 2020 06:42 PM (IST)Updated: Sun, 26 Jul 2020 06:42 PM (IST)
एनआईटी व केंद्र से सहायता प्राप्त तकनीकी कालेजों में प्रवेश के बदले नियम

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : परीक्षा के ऐन वक्त पर तबीयत खराब हो जाने या फिर किसी अन्य कारण से 12वीं की परीक्षा में 75 फीसद अंक हासिल नहीं हो पाया। नतीजा ऐसे तमाम विद्यार्थी राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) और केंद्र सरकार की ओर से सहायता प्राप्त तकनीकी कालेजों में दाखिला हासिल करने से वंचित रह जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। योग्यता के दम पर ऐसे विद्यार्थी भी इन संस्थानों में प्रवेश हासिल कर सकेंगे। कारण है कि अब इन संस्थानों में दाखिले को लेकर लागू नियम में बदलाव कर दिया गया है। 75 फीसद अंक हासिल करने की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। एनआईटी व केंद्र सरकार की ओर से लिए गए इस निर्णय को छात्र-छात्राओं ने राहत भरा निर्णय करार दिया है। कहा है कि इस निर्णय से ऐसे विद्यार्थियों को अब कोई पछतावा नहीं रहेगा जो केवल एक-दो फीसद अंक की कमी से प्रवेश की कतार में लगने से वंचित रह जाते थे।

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बोले विद्यार्थी

- जो विद्यार्थी इंटर में मात्र एक दो फीसद अंक की कमी से इन संस्थानों में प्रवेश के लिए प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने से वंचित रह जाते थे। उन्हें भी अब अपनी योग्यता के बल पर प्रवेश हासिल करने का मौका मिलेगा। यह राहत भरा निर्णय है।

चित्र.15--अमन गुप्ता

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- सरकार की ओर से एनआईटी व केंद्रीय इंजीनियरिग कालेज में प्रवेश के लिए नियमों में किये गए बदलाव से ऐसे विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। जो परीक्षा के वक्त आई किसी दिक्कत के चलते इंटरमीडिएट की परीक्षा में 75 फीसद अंक हासिल नहीं कर सके थे। चित्र.16--विकास

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- राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान व केंद्र सरकार से सहायता प्राप्त तकनीकी कालेजों में दाखिला पाने से तमाम योग्य विद्यार्थी वंचित रह जाते थे। कारण था कि उनका 12वीं में अंक प्रतिशत किसी कारण से 75 फीसद से कम रह गया था। और वह प्रतियोगी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते थे।

चित्र.17--अतीक अहमद

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- शासन के इस निर्णय से ऐसे मेधावी विद्यार्थियों को सहायता प्राप्त तकनीकी कालेजों में अपनी योग्यता के दम पर दाखिला मिलने में मदद मिलेगी, जिनका 12वीं कक्षा में किसी कारणवश अंक प्रतिशत कम रह गया था। वह भी प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग कर प्रवेश पा सकेंगे।

चित्र.18--आनंद गुप्ता


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