अमित ने खुद दे दी जान या फिर कर दी गई हत्या
नवोदय विद्यालय के हास्टल में स्थित टायलेट में अमित कुमार बिद ने आत्महत्या किया अथवा उसकी हत्या कर दी गई। इसको लेकर सवाल उठना भी लाजिमी है। वह इसलिए कि उसके मुंह में प्लास्टिक की शीशी और चेहरे पर बंधे मफलर से हत्या के संकेत साफ झलक रहे हैं।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): नवोदय विद्यालय के हास्टल में स्थित टायलेट में अमित कुमार बिद ने खुद जान दे दी या फिर उसकी हत्या कर दी गई। इसको लेकर सवाल उठना भी लाजिमी है। वह इसलिए कि उसके मुंह में प्लास्टिक की शीशी और चेहरे पर बंधे मफलर से हत्या के संकेत साफ झलक रहे हैं। हांलाकि मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले की जांच पुलिस भी अपने स्तर से करने में जुटी हुई है।
इंटर का छात्र अमित कुमार बिद शुक्रवार को शाम छह बजे से ही गायब था। छात्र उसे खोज रहे थे तो प्राचार्य और वार्डेन को भी बखूबी इसकी जानकारी थी। प्राचार्य ने परिवार के लोगों को भी इस मामले को संज्ञान में डाल दिया। रात में ही नवोदय में कक्षा आठ में पढ़ रही उसकी बहन अंशिका को घर पहुंचा दिया गया। अहम सवाल यह है कि परिसर भी इतना बड़ा नहीं है कि करीब चार घंटे तक छात्र को खोजा जाता रहे और तलाश पूरी न हो सके। इस बीच क्या कोई छात्र टायलेट में नहीं गया। यदि गया तो उसकी नजर बंद दरवाजे पर नहीं पड़ी आदि सवाल जहां लोगों के जेहन में कौंध रहा है तो वहीं मुंह में प्लास्टिक की शीशी और चेहरे पर मफलर हत्या के संकेत दे रहे हैं। आत्महत्या की बात ही की जाए तो अब तक का यह पहला वारदात है जब कोई व्यक्ति अपने मुंह में प्लास्टिक की शीशी डाल रखी हो। उधर, शनिवार को देर शाम पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या की ही पुष्टि हुई है। उसके जेब में मिले सुसाइड नोट तो प्रशासन के लिए वरदान सरीखे साबित हो रहा है। बस वह रटा-रटाया जवाब दे रहे हैं कि सुसाइड नोट मिला है। छात्र ने आत्महत्या कर लिया है। भौतिक विज्ञान का पेपर ठीक नहीं गया था। जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने मामले में मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिया है। बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
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सुरक्षा पर उठा रहा सवाल
नवोदय विद्यालय की सुरक्षा पर सवाल उठ रहा है। यहां के छात्र कभी-कभी परिसर के बाहर भी टहलते दिख जाते हैं। नियमानुसार छात्र अथवा छात्राओं को परिसर के बाहर जाने की अनुमति नहीं होती है। इसके बाद भी वह बाहर टहलते रहते हैं। बाउंड्रीवाल इतने नीचे है कि अधिसंख्य छात्र तो उसे फांदकर ज्ञानपुर बाजार तक पहुंच जाते हैं। इसकी भनक भी वार्डेन और विद्यालय प्रशासन को नहीं लगती है।
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पापा भाई को जरूर पढ़ाना, यहां के शिक्षक बहुत अच्छे हैं
नवोदय विद्यालय के हास्टल स्थित टायलेट में हुई घटना को लेकर परिजनों में कोहराम मच गया। वह सुसाइड नोट में लिखा है कि पापा छोटे भाई अंकित को भी खूब पढ़ाना और इसी स्कूल में पढ़ाना। यहां के शिक्षक बहुत ही अच्छे हैं। पिता कृपा शंकर बिद ने भी उसके सुसाइड नोट की राइटिग की पुष्टि की है। सुशील और होनहार पुत्र की मौत से परिजनों में मानो बज्रपात हो गया। गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया।