कोलकाता तक पहुंच रहा ठेगीपुर से निकल रहा खीरा
जागरण संवाददाता बाबूसराय (भदोही) बाबूसराय क्षेत्र के ठेगीपुर रत्ना के किसानों के लिए खी
जागरण संवाददाता, बाबूसराय (भदोही) : बाबूसराय क्षेत्र के ठेगीपुर, रत्ना के किसानों के लिए खीरे की खेती न सिर्फ लाभ का सौदा साबित हो रही है। यहां बोए गए खीरे की फसल से न सिर्फ उत्पादन शुरू हो बल्कि यहां के खीरे की कई जिलों में धूम मची है। यहां तक की कोलकाता तक खीरा भेजा जा रहा है। इससे न किसानों की माली हालत भी सुधर रही है।
गांव के मुन्ना पटेल ने बताया कि वह परंपरागत खेती को ही तरजीह देते थे। करीब एक दशक पूर्व उन्होंने खीरे की खेती शुरू की। खीरा के उत्पादन से होने वाले लाभ से प्रेरित होकर गांव की अन्य किसानों ने खीरे का पैदावार शुरू कर दिया। खीरा गांव की मुख्य खेती हो चुकी है। मुन्ना सहित खीरे की खेती किए किसान काशीनाथ, श्यामधर पटेल, कमलेश पटेल बालकृष्ण शमशेर, लल्लन ,रामलोलारख आदि किसानों ने बताया कि गर्मी के साथ ही खीरे का उत्पादन शुरू हो चुका है। करीब डेढ़ सौ एकड़ में बोई गई फसल से चार से पांच ट्रक उत्पादन प्रतिदिन हासिल हो रहा है। बताया कि कछवां मंडी सहित वाराणसी, प्रयागराज, बिहार और कोलकाता तक खीरा पहुंचाया जा रहा है।
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स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है खीरा
- खीरा औषधीय गुणों से भरपूर स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। पतंजलि योग समिति के मंडल प्रभारी धीरज सिंह ने बताया कि खीरे में इरेप्सिन एंजाइम होता है। जो प्रोटीन को पचाने में सहायक होता है। विटामिन ए, बी, बी-6, सी, डी, पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन आदि भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। खीरा पानी का अच्छा स्त्रोत है। साथ ही कब्ज से मुक्ति दिलाने व पेट से जुड़ी हर समस्या के लिए फायदेमंद होता है।