152 आयातकों की आमद, देखी उत्पाद की गुणवत्ता
कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय इंडिया कार्पेट एक्सपो-19 का वाराणसी में शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्वद्यालय के प्रांगण में वस्त्र मंत्रालय (भारत सरकार) के सचिव रवि कपूर ने 3
जासं, भदोही : कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के तत्वावधान में आयोजित चार दिवसीय इंडिया कार्पेट एक्सपो-19 का वाराणसी में शुक्रवार को शुभारंभ हो गया। संपूर्णानंद संस्कृत विश्व विद्यालय में वस्त्र मंत्रालय (भारत सरकार) के सचिव रवि कपूर ने 38वें कालीन मेले का उद्घाटन किया। मेले में पहले दिन विश्व के विभिन्न देशों के 152 आयातकों ने भागीदारी की। इस दौरान विभिन्न स्टालों पर पूछताछ करने के साथ उत्पादों की क्वालिटी व क्वांटिटी की परख की गई। 14 अक्टूबर तक चलने वाले कालीन मेले में भदोही सहित देश के विभिन्न भागों से आए 230 उद्यमियों द्वारा स्टाल लगाया गया है।
कालीन मेले के प्रथम दिन अमेरिकी आयातकों की हिस्सेदारी अधिक रही। आयातकों ने उत्पादों के बारे में व्यापारिक पूछताछ की। मेले में सर्वाधिक भदोही व मीरजापुर परिक्षेत्र के निर्यातकों ने स्टाल लगाए हैं। हस्तनिर्मित कालीनों की विभिन्न वेराइटीज देख आयातकों ने सराहना की। इससे पहले मेले का उद्घाटन करते हुए रवि कपूर ने कहा कि सीईपीसी भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए साल में दो बार एक्सपो का आयोजन से निर्यात में प्रगति हो रही है जो स्वागत योग्य कहा जाएगा। आश्वासन दिया कि कपड़ा मंत्रालय हस्तनिर्मित कालीन उद्योग की ब्रांडिग और संवर्धन के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगा। विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) शांतमनु ने कहा कि उनका विभाग हस्त शिल्प क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। बुनकरों व छोटे उद्यमियों के प्रोत्साहन, विपणन व प्रशिक्षण के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं। इस मौके पर सीईपीसी अध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह, द्वितीय उपाध्यक्ष उमर हमीद, प्रशासनिक समिति के सदस्य उमेश कुमार गुप्ता, वासिफ अंसारी, ओंकारनाथ मिश्र, राजेंद्र प्रसाद मिश्र, संजय गुप्ता, श्रीराम मौर्य, फिरोज वजीरी, हुसैन जफर हुसैनी, हाजी शाहिद हुसैन अंसारी, यादवेंद्र राय उर्फ काका, इम्तियाज अंसारी आदि थे।