बीएसएनएल और काशी गोमती ग्रामीण बैंक का काटा कनेक्शन
बिजली विभाग में भ्रष्टाचार पर विराम लग पाना मुश्किल है। जब इंजीनियर ही कार्रवाई से भय खाने की बात करें तो बात हजम होने वाली नहीं है। इंजीनियरों के इस बेतुके बयान से तो हो गया बिजली विभाग का बकाया राजस्व वसूली। जी हां! बिजली विभाग के बाबूसरांय के इंजीनियर का कुछ यही रोना है। सोमवार को बाजार में बीएसएनएल व काशी गोमती बैंक की शाखा व 11 अन्य उपभोक्ताओं के नाममात्र बिजली बिल के बकाए पर जहां कनेक्शन काटकर जहां अपनी पीठ स्वयं थपथपा रहे हैं वहीं ऐसे प्रभावशाली बड़े बकाएदार मठाधीशों पर कार्रवाई को हाथ डालने से क्षेत्रीय अवर अभियंता भय खा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बाबूसराय (भदोही) : बिजली विभाग ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। इलाके में स्थित भारतीय संचार निगम लिमिटेड (दूरसंचार केंद्र) और काशी गोमती ग्रामीण बैंक की बिजली कनेक्शन काट दिया गया। कारण कि उन पर महीनों से बिल बकाया चल रहा है। इसी तरह के नौ और पुराने बकायेदारों के कनेक्शन काट दिए गए।
इस इलाके में करीब तीन हजार ऐसे उपभोक्ता हैं, जिन पर 10 हजार रुपये से अधिक बकाया है। ये महीनों से बिल जमा नहीं कर रहे हैं, इसके बाद भी बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। राजस्व को क्षति पहुंचा रहे हैं, लिहाजा विभागीय कार्रवाई की जा रही है। बता दें कि बीएसएनएल के चल रहे मोबाइल टॉवरों पर 1.40 लाख और काशी गोमती ग्रामीण बैंक की बाबूसराय शाखा पर 70 हजार रुपये का बिजली बिल बाकी है।