धनवसूली को एनएसए का दिखा रहे खौफ
20 दिसंबर की घटना से बाद से कालीन नगरी में दलालों की चांदी कट रही है। पिछले दिनों जहां मुकदमे से नाम निकलवाने व धारा कम कराने के नाम पर धन उगाही की गई तो अब एनएसए से बचाने के नाम पर मोल भाव का खेल चल रहा है। संगीन धाराओं में जेल में बंद आरोपियों के परिवारों को एनएसए का खौफ दिखाकर धन वसूली की शिकायतें मिलने लगी हैं। उधर पुलिस का यह हाल है कि एनएसए लगाने की प्रक्रिया चलने का दावा तो कर रही है लेकिन कितने लोगों के खिलाफ लगाया जा रहा है स्पष्ट नहीं किया जा रहा है। इसका लाभ दलाल उठा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, भदोही : सीएए के विरोध 20 दिसंबर को हुए बवाल की घटना से बाद से कालीन नगरी में दलालों की पौ बारह है। पिछले दिनों जहां मुकदमे से नाम निकलवाने व धारा कम कराने के नाम पर धन उगाही की गई तो अब एनएसए से बचाने के नाम पर मोल भाव का खेल चल रहा है। संगीन धाराओं में जेल में बंद आरोपितों के परिवारों को एनएसए का खौफ दिखाकर धन वसूली की शिकायतें मिलने लगी हैं। उधर पुलिस का यह हाल है कि एनएसए लगाने की प्रक्रिया चलने का दावा तो कर रही है लेकिन कितने लोगों के खिलाफ लगाया जा रहा है स्पष्ट नहीं किया जा रहा है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 20 दिसंबर को निकले जुलूस के दौरान हुए बवाल मामले में पुलिस 27 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। उस दौरान गिरफ्तार किए गए 15 आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है जबकि शांति भंग के आरोप में जेल भेजे गए 24 लोगों की जमानत हो चुकी है। इस बीच पुलिस द्वारा कुछ आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने की बात चर्चा में आई। फिर क्या था दलाल सक्रिय हो गए। आरोपियों के घर घर जाकर उनसे बताया जा रहा है कि पुलिस एनएसए लगाने वाली है। यहां तक कि एनएसए न लगे इसके लिए वे प्रयास करने का भरोसा भी दिला रहे हैं। इसके बदले मोटी रकम की मांग की जा रही है। उधर पहले से ही जेल में बंद आरोपियों के परिजनों में इससे हड़कंप की स्थिति है। कहा जा रहा है कि दलालों की पीठ पर पुलिस का भी हाथ है। वैसे इस मामले में शहर कोतवाल श्रीकांत राय का कहना है कि एनएसए की प्रक्रिया चल रही है लेकिन कितने आरोपियों पर लगाया जाएगा यह अभी स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि किसी से कोई पैसे की मांग करता है तो ऐसे लोगों के बारे में पुलिस को सूचित किया जाना चाहिए।
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एसपी पहले ही कर चुके हैं आगाह
- घटना के बाद से ही दलालों की सक्रियता देखी जा रही है, कभी गिरफ्तारी से बचाने, कभी मुकदमे से बचाने तो कभी धारा कम कराने के नाम पर लोगों से धन वसूली की गई। यही कारण है कि घटना के बाद से ही पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह बार बार लोगों को हिदायत दे रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है कि इस मामले में न तो किसी बेगुनाह को जेल भेजा जाएगा न ही किसी दोषी को छोड़ा जाएगा। कोई भी लेन देन की बात करता है तो सीधे उनसे सम्पर्क किया जाए।