मुंह में पान, सियासी रंग में जुबान
दोपहर लगभग 12.30 बजे का समय सूरज की किरणे तल्ख हो चुकी थी। हवा में भी गर्माहट आ गई थी। जरूरी कार्यों से निकले लोग गर्मी व धूप से बचने के लिए सुरक्षित ठौर की तलाश में थे। इस मौसम के बीच भी नगर के बालीपुर रोड पर शीतल पाल तिराहे से चंद कदम दूरी पर स्थित पप्पू पान वाले की दुकान पर लगी अड़ी से हलचल बढ़ी थी।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : दोपहर लगभग 12.30 बजे का समय, सूरज की किरणें तल्ख हो चुकी थी। हवा में भी गर्माहट थी। जरूरी कार्यों से निकले लोग गर्मी व धूप से बचने के लिए सुरक्षित ठौर खोज रहे थे। नगर के बालीपुर रोड पर शीतल पाल तिराहे से चंद कदम दूरी पर स्थित पप्पू पान वाले की दुकान पर लगी अड़ी से हलचल बढ़ी थी। जुटे थे जिले के कई मानिद सफेदपोश, वकील, नौकरी पेशा व सामान्य जन। यहां तेज स्वर में चर्चा जारी थी। सभी पका रहे थे ख्याली पुलाव, केंद्र बिदु था तो क्या होगा कल यानी मतगणना के बाद। किसे मिलेगी शिकस्त और किसके सिर बंधेगा जीत का सेहरा। सभी के थे अपने-अपने तर्क, कोई गठबंधन तो कोई कर रहा था भाजपा की हिमायत। अड़ी की सबसे बड़ी खासियत यह थी कि कांग्रेस प्रत्याशी का नाम आते ही सभी उन्हें सिरे से खारिज कर दे रहे थे।
खैर जीत किसी किसकी होगी, इसे सामने आने में महज एक रात का ही फासला सामने है। इसे जानते हुए भी सभी दावे पर दावे किए जा रहे थे। दावे के समर्थन में तर्क तो ऐसे कि मानों सियासत की चाभी उन्हीं के पास है। अड़ी में शामिल जितेंद्रपति त्रिपाठी ने आर्डर ठोंकते हुए कहा कि पप्पू पान लगाव, नाहीं कर कउनव चिता, इहौं बार बनत बा मोदी का सरकार। उनके मुंह से इतना निकलते ही आस-पास ही दुकान चलाने वाले अरविंद चौबे, अभिषेक व शारदा आदि ने भी समर्थन में भर दी हुंकार, एकदम सही कहत बाटअ, जीती भाजपा और फिर से बनी मोदी क ही सरकार। तभी सूर्यप्रकाश ने ठोंक दी ताल, भइया आप सब कउनव मुगालते में न रह, इहां त गठबंधन प्रत्याशी क जीत हउवै तय। एहमे ना बाटी कउनव संशय। जीत के लिए तर्क भी ऐसा रखा कि बड़े-बड़ों को काट खोजने में पसीना आने लगा। हालांकि अंत में सभी यह कहते हुए पप्पू को दिए अपने-अपने आर्डर को लेने में व्यस्त हो गए कि चल अब कल ही सब सामने होई..।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप