धूमधाम से मनाया गया बाबा अब्दुल करीम शाह का उर्स
सर्रोई बौलिया स्थित बाबा अब्दुल करीम शाह रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। सुबह नमाज फजिर के बाद कुरआनख्वानी के साथ उर्स का आगाज हुआ तो देर रात आयोजित महफिले शमा के साथ उर्स का समापन किया गया। इस दौरान बाबा के आस्ताने पर दिन भर नजरो नियाज का सिलसिला जारी रहा।
भदोही: सर्रोई बौलिया स्थित बाबा अब्दुल करीम शाह रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। सुबह नमाज फजिर के बाद कुरआनख्वानी के साथ उर्स का आगाज हुआ तो देर रात आयोजित महफिले शमा के साथ उर्स का समापन किया गया। इस दौरान बाबा के आस्ताने पर दिन भर नजरो नियाज का सिलसिला जारी रहा।
बाबा के उर्स की तैयारियां कई दिनों से चल रही थी। उर्स कमेटी ने गत शुक्रवार को ही रंग रोगन कर आस्ताने को प्रकाशमय कर दिया था। शनिवार को सुबह की नमाज बाद आस्तान प बोलिया सर्रोई स्थित आस्ताना अब्दुल करीम शाह रहमतुल्लाह के आस्ताने पर कुरआनख्वाली का आयोजन किया गया जिसमें काफी संख्या में लोगों ने भागीदारी की। इसी तरह दोपहर में बाद नमाज जोहर मजार पर चादर पोशी के बाद शाम को नातो मनकबत में लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। देर रात शाम महफिले शमा का आयोजन किया जिसमें कव्वालों ने आधी रात तक समा बांधा। मीरजापुर से आए शायर इश्तियाक, जाफर बाबा आदि ने नातो मनकबत का नजराना पेश किया तो शब्बीर चंचल कौवाल ने अपने कलाम से लोगों को झूमने पर विवश किया। कमेटी के हारून खां, इरफान अंसारी, चांद बाबू खां, अलाउद्दीन, जियाउद्दीन, सलाउद्दीन, वामिक सिद्दीकी, सैयद शमसाद आदि ने व्यापक सहयोग किया।