कोटे की तीन दुकानों का हुआ आवंटन
विकास खंड डीघ के रिक्त पड़े कोटे की तीन दुकानों के लिए 36 आवेदकों ने दावेदारी ठोंकी। गुरुवार को दुकानों को आवंटित करने के लिए आयोजित लाटरी सिस्टम को लेकर तहसील में गहमागहमी रही।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : विकास खंड डीघ के रिक्त पड़े कोटे की तीन दुकानों के लिए 36 आवेदकों ने दावेदारी ठोंकी। गुरुवार को दुकानों को आवंटित करने के लिए आयोजित लाटरी सिस्टम को लेकर तहसील में गहमागहमी रही। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कविता मीना के नेतृत्व में तीनों दुकानों का आवंटन किया गया। इसमें भमौरी गांव में अकेले 18 आवेदकों ने आवेदन किया था। इसमें से महज दो आवेदन ही अर्ह पाए गए थे।
जिला पूर्ति अधिकारी अमित कुमार तिवारी ने बताया कि डीघ के सोनैचा, फूलवरिया और भमौरी की दुकान काफी समय से रिक्त चल रही थी। इसके लिए गांव में खुली बैठक कर दुकान आवंटन करने के लिए निर्देशित किया गया था। गांव में बार-बार विवाद की स्थिति उत्पन्न होने पर दुकान का आंवटन लाटरी सिस्टम से कराने का निर्णय लिया गया। बताया कि सोनैचा गांव में 12 आवेदकों ने आवेदन किया था। इसमें सभी आवेदन सही मिले थे। लॉटरी सिस्टम से विभा पांडेय पत्नी अभय कुमार पांडेय को दुकान आवंटित किया गया। इसी तरह फुलवरिया में छह आवेदकों ने आवेदन किया था। इस गांव में गीता देवी पत्नी रामबाबू को दुकान आवंटन किया गया। इसी तरह भमौरी में भी राम कुमार पांडेय के नाम की लॉटरी निकाली गई। इस दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने पारदर्शिता से लिए गए निर्णय की सराहना की। इस मौके पर समिति के सदस्य खंड विकास अधिकारी सुरेंद्र कुमार, पूर्ति निरीक्षक दिनेश यादव आदि थे।