ठप परियोजनाओं के निर्माण के लिए गरजे सर्वदलीय नेता
जागरण संवाददाता, भदोही: अधर में लटके अहमदगंज (गजिया) ओवरब्रिज व फोरलेन निर्माण को लेकर मंगलवार को
जागरण संवाददाता, भदोही: अधर में लटके अहमदगंज (गजिया) ओवरब्रिज व फोरलेन निर्माण को लेकर मंगलवार को सपा के पूर्व विधायक जाहिग बेग के नेतृत्व में सर्वदलीय धरना-प्रदर्शन किया गया। गजिया स्थित अर्धनिर्मित ब्रिज के नीचे बड़ी तादाद में जुटे नेताओं ने केन्द्र व प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। चेतावनी दी कि अगर ओवरब्रिज व फोरलेन का निर्माण कार्य जल्द ही शुरू नही किया गया तो रेल चक्का जाम किया जाएगा। इस दौरान संबधित मांग पत्र उपजिलाधिकारी सुनील कुमार यादव को सौंपा गया।
पूर्व विधायक जाहिद बेग ने कहा कि विकास से भाजपा को कोई लेना-देना नहीं है। भदोही विधायक ओवरब्रिज को चौरी रोड की ओर मोड़ने का कुचक्र रच रहे हैं जबकि इंदिरा मिल पर तो पहले से ही ब्रिज बन चुका है। उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा होने नहीं दिया जाएगा। जिस स्वरूप में सेतु की स्वीकृति मिली थी उसी स्वरूप में निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए अगर रेल चक्का जाम करना पड़ा तो पीछे नही हटेंगे। श्री बेग ने कहा कि भदोही विधायक को अगर ओवरब्रिज बनवाने का शौक है तो वह सुरियावां व पकरी आदि में बनवा दें। वहां पर भी जाम की समस्या है। यहां पर ओवरब्रिज का निर्माण होना भदोही के लोगों का सपना था। उन्होंने कहा कि भदोही-मिर्जापुर फोरलेन निर्माण के लिए पूर्व की सपा सरकार के समय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 100 करोड़ रुपया आवंटित किया था लेकिन वह भी ठप पड़ा है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष नीलम मिश्रा ने कहा कि जनपद के विकास को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। कहा कि जनता को राहत प्रदान करने के लिए पूर्ववर्ती सरकार ने जो परियोजनाएं शुरू की थीं उसे पूरा कराना वर्तमान सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होने केन्द्र की मोदी व प्रदेश की योगी सरकार पर जम कर निशाना साधा। वरिष्ठ सपा नेता डा. आरके पटेल ने कहा कि विकास कार्य करना भाजपा के बस की बात नही है। वह विकास तो सिर्फ हवा में करती है। वहीं ढिढोरा पीटकर जनता को गुमराह करती है। जाति-धर्म में लोगों को बांट कर गंदी राजनीति करना भाजपा की नीति है। धरना-प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष हसनैन अंसारी काजीपुर से जुलूस के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
इस मौके पर जगन्नाथ मौर्य, शोभनाथ यादव, भाकपा नेता इंद्रदेव पाल, विकास यादव, सुशील पाल आदि थे।