अफसरों के गोद लिए गए 54 गांव कुपोषण मुक्त
जिला पोषण समिति की बैठक में सोमवार को कुपोषण मुक्त करने के लिए अधिकारियों की ओर से गोद लिए 54 गांवों को कुपोषण मुक्त घोषित कर दिया है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जिला पोषण समिति की बैठक में सोमवार को कुपोषण मुक्त करने के लिए अधिकारियों की ओर से गोद लिए 54 गांवों को कुपोषण मुक्त घोषित कर दिया है। कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बाकी आठ ग्राम पंचायतों के नोडल अधिकारियों को हिदायत दी कि बराबर निगरानी कर जल्द से जल्द कुपोषित मुक्त करें। अनुपस्थित सहायक निदेशक मत्स्य व मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों पर क्रियाशील शौचालय और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषण मुक्त करने के लिए 31 नोडल अधिकारियों ने जनपद के 62 ग्राम पंचायतों को गोद लिया था। इसके तहत निर्धारित दिवस पर गर्भवती महिला, किशोरी, बालिकाओं और बच्चों को चिकित्सकीय सुविधा दी जाती है। बताया कि अति कुपोषित बच्चों के परिवार के लोगों को ग्राम्य विकास विभाग की ओर से कम से कम एक सदस्य को सौ दिन का रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था, खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से राशन कार्ड, आंगनबाड़ी केंद्र पर पंजीकृत सभी चिन्हित कुपोषित बच्चों को पोषाहार आदि दिया जाता है। जिलाधिकारी ने बताया कि 54 ग्राम पंचायतों को कुपोषण मुक्त घोषित कर दिया गया है। निरीक्षण रिपोर्ट न उपलब्ध होने पर संबंधित अधिकारियों से दो दिन के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा है। कहा कि वनवासियों के घर-घर जाकर उनके व्यवहार परिवर्तन एवं खाने के बारे में पौष्टिक आहार का सुझाव दें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में अपर जिलाधिकारी राम¨सह वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी हरिशंकर ¨सह, डीपीओ उर्मिला देवी, सीडीपीओ आमोद ओझा, सुजीत ¨सह आदि थे।