जिले में 39 आतिशबाज हैं लाइसेंसधारक
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कालीन नगरी के आधा दर्जन प्रमुख नगर बारूद के ढेर पर बसे हैं, य
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कालीन नगरी के आधा दर्जन प्रमुख नगर बारूद के ढेर पर बसे हैं, यह कहना अतिशयोक्ति नहीं है। आलम यह है कि अधिकृत आतिशबाजों में से ज्यादातर के पटाखा कारखाने से लेकर गोदाम तक घनी आबादी वाले इलाकों के भीतर हैं जिन्हें नियमानुसार हटवाने की कभी कार्रवाई नहीं की गई।
सरकारी रिकार्डों पर गौर किया जाए तो चार नवंबर 1996 से लेकर जुलाई 2016 तक जिले भर में कुल 39 आतिशबाजों को लाइसेंस जारी किया गया है। कुछ को पटाखा बनाने और बेचने का तो कुछ को केवल बेचने के लिए अधिकृत किया गया। इसमें ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र में मोहम्मद सिद्दीकी, अब्दुल गफ्फार, मोहम्मद इलियास के अलावा सुरियावां में आठ, गोपीगंज में छह, औराई में सात, भदोही में पांच और रामपुर थाना में दो आतिशबाज शामिल हैं। नियमानुसार पटाखा रखने के गोदाम और उसके कारखाने को बस्तियों से दूर रखना चाहिए। बावजूद इसके स्थानीय पुलिस की लापरवाही के चलते लाइसेंस धारक बस्तियों के अंदर ही गोदाम और कारखाना स्थित हैं।