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किसान सम्मान निधि में 2.62 करोड़ का घोटाला

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) लघु व सीमांत किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Jul 2021 12:51 AM (IST)Updated: Fri, 30 Jul 2021 12:51 AM (IST)
किसान सम्मान निधि में 2.62 करोड़ का घोटाला

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लघु व सीमांत किसानों को राहत देने के लिए केंद्र सरकार की ओर से 2018 में शुरू की गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में 2.62 करोड़ का घोटाला हुआ है। अपात्र होने के बाद भी तथ्यों को छिपाकर 3273 ने सम्मान निधि का लाभ ले लिया।

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भारत सरकार के पोर्टल पर किए गए सत्यापन के बाद पोल खुल गई। इस मामले में 2473 आयकरदाता भी निधि आवेदन कर लाभ उठा चुके हैं। अब केंद्र सरकार की और से धनराशि की रिकवरी करने का निर्देश दिया गया है।

कर्ज के बोझ से दबे और आत्महत्या कर रहे किसानों को राहत देने के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना शुरू कर केंद्रीय बजट में किसानों को छह हजार वार्षिक देने की व्यवस्था की गई थी। यह धनराशि किसानों को प्रति वर्ष तीन किस्तों में दी जानी थी। कृषि गणना के अनुसार 1.87 लाख किसान पंजीकृत थे, इसके सापेक्ष 1.78 लाख किसानों को सम्मान निधि दिया जा रहा है। इसमें कुछ लोगों को तीन तो कुछ लोगों को पांच से छह किस्तें मिल चुकी है।

शासन की ओर से किसान सम्मान निधि के खातों को आधार व आयकर विभाग से लिक कर सत्यापन कराया गया तो जिले में 2473 लोग ऐसे सामने आ गए जो आयकरदाता की श्रेणी में आते हैं। सम्मान निधि के लिए अपात्र है। इसके साथ ही 431 किसान भूमिहीन होते हुए भी लाभ हासिल कर लिया है। जबकि 369 मृत हो चुके किसानों के खाते में भी धनराशि पहुंच गई है।

उप कृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह ने बताया कि शासन की ओर से कराए गए सत्यापन में 2473 लोग ऐसे मिले हैं जो आयकरदाता की श्रेणी में आते हैं। बताया कि शासन का निर्देश के क्रम में अपात्रों द्वारा हासिल की गई धनराशि की रिकवरी कराई जाएगी।


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