किसान सम्मान निधि के 2501 खाते रिजेक्ट
जिले में भी किसान सम्मान निधि का लाभ हासिल करने की कोशिश में लाभार्थियों की ओर से फर्जीवाड़ा करने में कोई कमी नहीं छोड़ी गई थी। किसी भी तरह सम्मान निधि का धन खाते में आ जाय खतौनी किसी और का तो बैंक खाता किसी और का दे दिया गया था।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जिले में भी किसान सम्मान निधि का लाभ हासिल करने की कोशिश में लाभार्थियों की ओर से फर्जीवाड़े में कोई कमी नहीं छोड़ी गई थी। किसी भी तरह सम्मान निधि का धन खाते में आ जाए। भूमि की खतौनी किसी की जबकि बैंक खाता किसी और का दे दिया गया था। हालांकि पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम के जरिए मामला पकड़ में आ गया। ऐसे 2501 लोगों के मंसूबे पर पानी फिर गया। इनके आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया था।
राजस्व कर्मियों ने की खूब मनमानी
- कर्ज के बोझ से दबे किसानों को राहत देने के लिए केंद्रीय बजट में किसानों को छह हजार वार्षिक देने की व्यवस्था की गई है। यह धनराशि किसानों को तीन किश्तों में दी जानी थी। योजना के प्रथम चरण में एक लाख 35 हजार किसानों की फीडिग कराई गई थी। पहले चरण में ही पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम के माध्यम से की जा रही जांच में मामला सामने आया कि राजस्व कर्मियों की लापरवाही से जिले में बीस हजार किसानों के बैंक खाते और आधार नंबर गलत फीड कर दिए गए हैं। इसमें से 2234 आवेदन ऐसे मिले जिसमें भूमि की खतौनी दादा, पिता या पत्नी के नाम था तो बैंक खाता पुत्र, पत्नी या फिर पति आदि के लगे थे। जिन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। इसी तरह दो अन्य चरण में भी जांच के दौरान क्रमश: 249 व 18 आवेदन इस गड़बड़ी को देखते हुए रिजेक्ट किए गए। पहले चरण में कुल 94 हजार किसानों के खाते में प्रथम किश्त की धनराशि भेजी गई थी। - तीन चरण में कराई गई स्क्रीनिग में कुल 2501 आवेदन ऐसे मिले थे जिनमें भूमि की खतौनी किसी के नाम तो बैंक खाता किसी दूसरे के नाम का लगा था। ऐसे आवेदन को निरस्त कर दिया गया था। इन खातों में धनराशि नहीं जा सकी थी। आचार संहिता के चलते जिन किसानों के खाते में धनराशि नहीं जा सकी थी उन्हें लाभान्वित करने की प्रक्रिया शुरू है। अरबिद कुमार सिंह, डीडी कृषि, भदोही।
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