सीएमएस सहित 16 चिकित्सक गायब
ज्ञानपुर (भदोही): जिस जिला अस्पताल पर जिले भर का भार है उसके लगभग डेढ़ दर्जन चिकित्सक अनुपस्थित मिले इससे दुर्भाग्य भला और क्या हो सकता है। उन्हें न तो किसी का खौफ है न ही कार्रवाई की चिंता। हालांकि यह देख हतप्रभ जिलाधिकारी नरेन्द्र शंकर पांडेय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए न सिर्फ एक दिन के वेतन पर रोक लगाया है बल्कि स्पष्टीकरण मांगते हुए शासन को भी लिखा है। यह देखने वाली बात होगी कि इस कार्रवाई के बाद कितना सुधार आता है।
हम नहीं सुधरेंगे के तर्ज पर चल रहे हैं जिला चिकित्सालय में तैनात चिकित्सक। डीएम के निरीक्षण में यह बात प्रमाणित हो चुकी है। जिलाधिकारी ठीक 9.40 बजे जिला चिकित्सालय में अचानक धमक पड़े। इस दौरान जिला चिकित्सालय की स्थिति देख भौचक रह गए। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सहित सोलह चिकित्सक गायब रहे। इस तरह जिला चिकित्सालय में अघोषित अवकाश का नजारा दिखा। जिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ लगी रही। पुराने वाल पेंटिग को लेकर मुख्य चिकित्साधिकारी का जमकर क्लास लगाई। होम्योपैथिक और क्षय नियंत्रण कक्ष में भी सन्नाटा छाया रहा। जिलाधिकारी ने सभी अनुपस्थित चिकित्सकों से जवाब मांगा गया है। इसके साथ ही साथ उनके एक दिन के वेतन पर रोक लगा दी। जिलाधिकारी ने बताया कि चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को भी भेजा जाएगा। बताया कि अल्ट्रासाउंड करते समय एक गर्भवती महिला से कर्मचारी द्वारा सौ रुपया वसूला गया था। इसकी शिकायत पर कर्मचारी को चेतावनी दी गई है। चेताया कि चिकित्सकों ने यदि सुधार नहीं हुआ तो सेवा खंडित करने की कार्रवाई की जाएगी।
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अनुपस्थित रहे चिकित्सक
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अरुण कुमार, वरिष्ठ परामर्शदाता, डॉ. केपी यादव, डॉ.महेन्द्र कुमार, डॉ. एसपी त्रिपाठी नेत्र सर्जन आरपी पांडेय, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, फिजीशियन डॉ. विजय कुमार, डॉ. प्रदीप कुमार, रेडियोलाजिस्ट डॉ. ए.के सिंह, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अजरा खान, चिकित्साधिकारी डॉ.अंजनी कुमार सिंह, डॉ.अशफाक अहमद, डॉ. दिव्या प्रसाद, नेत्र परीक्षण अशोक कुमार सिंह, राजाराम तिवारी, होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. ओम प्रकाश सिंह, डॉ. एकता मेल्होत्रा एवं क्षय रोग के सभी चिकित्सक व कर्मचारी अनुपस्थित रहे।