एनआरसी में खेल-कूद नहीं सकेंगे अतिकुपोषित बच्चे
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से एनआरसी में भेजे जाएंगे बचे
जागरण संवाददाता, बस्ती : जिला अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में अति कुपोषित बच्चों का इलाज कोविड-19 प्रोटोकाल के तहत किया जाएगा। वहां भर्ती बच्चे खेल नहीं सकेंगे, अभिभावकों को बेड पर ही अस्पताल स्टाफ परामर्श मुहैया कराएगा।
अति कुपोषित बच्चों में संक्रमण के खतरे को देखते हुए शासन ने एनआरसी में दी जाने वाले इलाज की सुविधा को आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं की श्रेणी में रखा है। महानिदेशक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि एनआरसी में मिल रही सेवाओं की निरंतरता बनाए रखी जाए तथा वहां आने वाले बच्चों को भर्ती कर उनका इलाज शुरू कराया जाए।
जब तक कोविड-19 के संक्रमण का जोखिम है, तब तक समूह प्रदर्शन, खेल-चिकित्सा, खाना पकाने का प्रदर्शन आदि गतिविधियां स्थगित रहेंगी। समुदाय में चिह्नित अति कुपोषित बच्चों को आशा या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा अनुश्रवण के लिए अस्पताल या करीबी हेल्थ वेलनेस सेंटर पर लाया जाएगा।
नौ हजार अति कुपोषित बच्चे
जिले में नौ हजार अति कुपोषित बच्चे हैं। इनमें से ज्यादातर ऐसे हैं, जिन्हें तत्काल एनआरसी में भर्ती कराकर इलाज कराए जाने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान अभी तक बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराए जाने की प्रक्रिया स्थगित थी।
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एनआरसी में गाइडलाइन के अनुसार अतिकुपोषित बच्चों का उपचार किया जाएगा। कोविड-19 से बचाव के लिए प्रबंध किए गए हैं।
डा. नवल वर्मा, प्रभारी एनआरसी