नलकूप खराब, मुश्किल में किसान
जहां नलकूप सही वहां नहर की सुविधा नहीं
जागरण संवाददाता, बस्ती : खरीफ सीजन शुरू हो चुका है। धान का बेहन डालने के लिए किसानों को अब पानी की जरूरत है। जरूरत के समय सरकारी नलकूप खराब होने से समस्या खड़ी हो गई है। यही नहीं जहां नलकूप ठीक हैं, वहां नहर की सुविधा नहीं है। तमाम नलकूप चालक के अभाव में बंद हैं। ऐसे में किसानों के खेत तक आसानी से पानी नहीं पहुंच पा रहा है। सिचाई के लिए किसानों को काफी मुश्किल उठानी पड़ रही है।
जिले में 612 नलकूप है। जिसमें से 29 नलकूप विद्युत समस्या, 18 नलकूप तकनीकी खराबी से बंद है, तो करीब तीन दर्जन से अधिक नलकूप नहरों की खस्ताहाली से किसानों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहे हैं। महसों संवाददाता के अनुसार ग्राम पंचायत पचीसा में ट्यूबवेल पर नहर की सुविधा न होने से सिचाई कार्य प्रभावित है। इससे किसान परेशान हैं। ताड़ी, पचीसा, सोखापुरवा, निपनियां, बनकटा गांव के लोग सिचाई करते हैं जो मजबूर हैं। गांव के अजीत भट्ट, कृष्ण कुमार, शिवम, रामलाल का कहना है कि यदि इंजन व पंपिगसेट न हो तो सिचाई करना मुश्किल हो जाएगा। फसलें सूख जातीं हैं। नर्सरी डालने का समय है, तो नलकूप धोखा दे गया है। नहर नहीं है। जहां है भी टूट चुकी है। कई बार इसकी शिकायत की पर कुछ नहीं हुआ।
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जहां समस्या है, वहां मिस्त्री को गमछा, सैनिटाइजर देकर कार्य कराया जा रहा है। कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि शारीरिक दूरी का पालन करें। जल्द ही नलकूप व नहर की समस्या दूर हो जाएगी।
दीवान चंद्र हयांकी, अधिशासी अभियंता नलकूप खंड।